सीआरपीएफ स्थापना दिवस( CRPF Raising Day 2024): दुश्मन सैनिकों और आतंकवादियों से देश की सीमाओ और लोगों की तथा संपत्तियों की रक्षा करने की जिम्मेदारी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों के द्वारा अच्छी तरह से निभाई जाती है, परंतु जब बात देश की आंतरिक सुरक्षा की आती है, तो यह जिम्मेदारी सीआरपीएफ जवानों के कंधों पर होती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि, सीआरपीएफ के जवान सिर्फ देश की आंतरिक रक्षा ही कर सकते हैं, आवश्यकता पड़ने पर सीआरपीएफ के जवान बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों के साथ अहम लड़ाइयां लड़ सकते हैं। सीआरपीएफ के जवानों ने अभी तक कई बार पाकिस्तानी आतंकवादियों को धूल चटाई है और चीन के नापाक इरादों को भी कामयाब नहीं होने दिया है।
हर बार अपनी वीरता के दम पर सीआरपीएफ के जवानों ने अपना लोहा मनवाया हुआ है। यही कारण है कि, सीआरपीएफ के वीर जवानों के सम्मान में सीआरपीएफ का स्थापना दिवस हर साल 27 जुलाई को बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस साल भी सीआरपीएफ का स्थापना दिवस जुलाई के महीने में आने वाला है और अक्सर ऐसे मौके पर लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर सीआरपीएफ का स्थापना दिवस क्या होता है और सीआरपीएफ का स्थापना दिवस क्यों मनाया जाता है तथा सीआरपीएफ स्थापना दिवस का महत्व क्या है। इन सभी सवालों के जवाब इस आर्टिकल में हमने देने का प्रयास किया हुआ है।
Also Read :- विश्व जनसंख्या दिवस जाने उद्देश्य, महत्व, इतिहास इत्यादि!
CRPF Raising Day 2024 Overview
आर्टिकल का नाम | सीआरपीएफ स्थापना दिवस |
संस्था का नाम | सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फोर्स |
आदर्श वाक्य | सेवा और निष्ठा |
स्थापना | 27 जुलाई 1939 |
संबंधित मंत्रालय | गृह मंत्रालय |
मुख्य अधिकारी | अनीश दयाल सिंह |
मुख्यालय | नई दिल्ली |
वेबसाइट | http://crpf.gov.in/ |
सीआरपीएफ स्थापना दिवस क्या है? (What is CRPF Raising Day)
सीआरपीएफ अर्थात सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फोर्स को हिंदी भाषा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल कहा जाता है। जिस प्रकार से बॉर्डर पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के द्वारा आतंकवादियों से हमारे देश की रक्षा की जाती है, उसी प्रकार से देश के ऐसे इलाके जहां पर नक्सलियों का प्रभाव है या फिर माओवादियों का प्रभाव है, वहां पर जंगलों के साथ-साथ जान माल की रक्षा की जिम्मेदारी भारतीय सरकार के द्वारा सीआरपीएफ को सौंप दी गई है।
भारत के सबसे पुराने केंद्रीय अर्धसैनिक बल में सीआरपीएफ की गिनती होती है। देश की आंतरिक सुरक्षा को देखते हुए इसकी स्थापना की गई थी। बताना चाहते हैं कि, साल 1939 में 27 जुलाई के दिन क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के अंतर्गत सीआरपीएफ को गठित किया गया था। जिस दिन सीआरपीएफ को गठित किया गया था, उसी दिन को सीआरपीएफ स्थापना दिवस कहते हैं।
Also Read :- राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस? जानें इस दिन का इतिहास
सीआरपीएफ स्थापना दिवस कब मनाया जाता है? (When is CRPF Raising Day)
सीआरपीएफ स्थापना दिवस हर साल 27 जुलाई को मनाया जाता है, क्योंकि अंग्रेजी शासन के दौरान साल 1939 में क्राउन रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर 27 जुलाई के दिन ही सीआरपीएफ की स्थापना की गई थी।
यही कारण है कि सीआरपीएफ स्थापना दिवस का आयोजन 27 जुलाई को होता है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है। विकिपीडिया के अनुसार सीआरपीएफ के सक्रिय जवानों की संख्या वर्तमान में 313,634 है और सीआरपीएफ का सालाना बजट 32,809.65 करोड़ है।
सीआरपीएफ स्थापना दिवस क्यों मनाया जाता है? (When is CRPF Raising Day)
भारत देश की आजादी के बाद पाकिस्तान के सैनिकों के द्वारा साल 1965 में गुजरात के कच्छ के रण नाम की जगह पर सीआरपीएफ सैनिकों पर भीषण हमला कर दिया गया था, परंतु जैसा कि आप जानते ही हैं कि, सीआरपीएफ जवानों की जिंदगी में डर नाम की कोई चीज होती ही नहीं है और ना हीं यह अपनी जान की परवाह करते हैं।
पाकिस्तानी सैनिकों के भीषण हमले के बावजूद भी सैनिकों ने डबल गति से पाकिस्तानी सैनिकों पर हमला बोल दिया और काफी तगड़ी जवाबी कार्रवाई की। इस कार्रवाई में पाकिस्तान के तकरीबन 34 सैनिकों की मृत्यु हुई और कुछ सैनिक भागने में सफल हुए। वहीं चार सैनिकों को सीआरपीएफ के जवानों ने जिंदा पकड़ लिया। हालांकि इस लड़ाई में सीआरपीएफ के भी 6 जवानों की मृत्यु हुई, परंतु इससे ज्यादा नुकसान पाकिस्तानी सैनिकों को उठाना पड़ा। इसी प्रकार से अन्य कई बहादुरी वाले काम भी सीआरपीएफ के जवानों ने किए हुए हैं। यही कारण है कि सीआरपीएफ स्थापना दिवस का सेलिब्रेशन हर साल 27 जुलाई के दिन किया जाता है।
Also Read:-अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस? जानें इस दिन के इतिहास, महत्व
सीआरपीएफ स्थापना दिवस का महत्व (CRPF Raising Day 2024 Significance)
हमारा देश जब आजाद हुआ, तो उसके पश्चात बिखरी हुई रियासतों को एक करने में अर्थात भारत देश को एक करने में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका अदा की गई थी। अपनी वीरता की बदौलत ही सीआरपीएफ ने जूनागढ़ और काठियावाड़ जैसी रियासतों को भारत में शामिल कराने में सफलता प्राप्त की थी क्योंकि यह दो ऐसी रियासतें थी, जिन्होंने भारत में शामिल होने से मना कर दिया था।
इस पर सरदार वल्लभभाई पटेल ने सीआरपीएफ को इन रियासतों पर आक्रमण करके इन्हें भारत में शामिल करने का आदेश दिया। इसके अलावा कई बार सीआरपीएफ के जवानों ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले को भी नाकाम किया है और कई आतंकवादियों को जहन्नुम भेजा हुआ है।
यहां तक कि, जब साल 1959 में 21 अक्टूबर के दिन चीन के सैनिकों ने देश की सीमा में घुसने का प्रयास किया तो, उन्हें सीमा पर सीआरपीएफ के जवान मिले। सीआरपीएफ के जवानों ने जवाबी कार्यवाही की और कई चीनी सैनिको का खात्मा किया। हालांकि भारत की तरफ से 10 जवानों ने देश के लिए अपना बलिदान इस लड़ाई में दिया। इन्हीं जवानों की याद में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस हर साल मनाया जाता है। यहां तक की 1965 और 1971 में भारत और पाकिस्तान के युद्ध में भी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के साथ सीआरपीएफ के जवान डटकर खड़े रहे।
सीआरपीएफ स्थापना दिवस का इतिहास (CRPF Raising Day 2024 History)
1939 में 27 जुलाई को केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के तौर पर अस्तित्व में आई। इस प्रकार से देश की आजादी के पहले ही सीआरपीएफ का गठन हो गया था। हालांकि साल 1949 में 28 दिसंबर के दिन सीआरपीएफ अधिनियम लॉन्च किया गया और इसी अधिनियम के अंतर्गत सीआरपीएफ को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बना दिया गया।
संयुक्त राष्ट्र के द्वारा चलाए जा रहे शांति मिशन में भारत की तरफ से सबसे पहली बार जो अर्ध सैनिक बल भेजा गया था, वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ही था, जिसने संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति कायम करने में अन्य सेनाओ की सहायता की।
भारतीय सरकार ने श्रीलंका में चल रहे हिंसक विद्रोह को दबाने के लिए श्रीलंका की गवर्नमेंट के आग्रह पर महिलाओं की बटालियन के साथ सीआरपीएफ की 13 कंपनियो को श्रीलंका में भेजा था। इसके अलावा दुनिया के कुछ अन्य देश जैसे कि हैती, नामीबिया, सोमाली, मालदीव, कोसोवो और लाइबेरिया इत्यादि में भी कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए भारत की तरफ से सीआरपीएफ की बटालियन को भेजा गया था।
Also Read :- विश्व बाल श्रम निषेध दिवस क्यों मनाया जाता है? जानें इसका महत्व, इतिहास और थीम
सीआरपीएफ स्थापना दिवस की थीम (CRPF Raising Day 2024 Theme)
साल 2024 में भी 27 जुलाई के दिन सीआरपीएफ की स्थापना दिवस का आयोजन होगा। हालांकि अभी तक साल 2024 के लिए सीआरपीएफ स्थापना दिवस की थीम से संबंधित कोई भी जानकारी सीआरपीएफ के द्वारा नहीं दी गई है। जैसे ही जानकारी प्राप्त होती है, वैसे ही जानकारी को इस आर्टिकल में अपडेट कर दिया जाएगा।
भारत में सीआरपीएफ का स्थापना दिवस (CRPF Raising Day 2024 in India)
सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फोर्स के वर्तमान और पूर्व तथा शहीद हो चुके जवानों की याद में और सम्मान में भारत में सीआरपीएफ के स्थापना दिवस को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सीआरपीएफ के स्थापना दिवस के मौके पर देश में विभिन्न जगहों पर श्रद्धांजलि अर्पण का कार्यक्रम किया जाता है, जिसमें लोगों के द्वारा सीआरपीएफ के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
इसके अलावा विद्यालयो और कॉलेजो में निबंध प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें विद्यार्थियों के द्वारा सीआरपीएफ पर अपने विचार व्यक्त किए जाते हैं। इसके अलावा सीआरपीएफ जवान एक दूसरे के गले मिलकर इस दिन की बधाई देते हैं।
वही रेडियो चैनलो पर इस दिन देशभक्ति के गाने प्रसारित किए जाते हैं। इसके अलावा सामान्य लोग सोशल मीडिया पर एक दूसरे के साथ सीआरपीएफ स्थापना दिवस से संबंधित मैसेज, शुभकामनाएं इत्यादि शेयर करते हैं और सीआरपीएफ के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए।
Also Read :- विश्व महासागर दिवस, कब और क्यों मनाया जाता हैं? जाने इसके इतिहास महत्व
सीआरपीएफ स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ (CRPF Raising Day 2024 Wishes)
- सीआरपीएफ स्थापना दिवस पर हम सभी उन वीर जवानों को याद करते हैं जिन्होंने अपने जान की परवाह किए बिना देश की सुरक्षा के लिए लड़े।
- जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
- “अगर मैं जन्म लू दुबारा इंसान में
भगवन देना मिट्टी हिन्दुस्तान की
होंठो पे गंगा हो हाथो में तिरंगा हो”
- शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा
Conclusion:
CRPF Raising Day 2024 की जानकारी इस आर्टिकल में आपको प्राप्त हुई। यदि अन्य कोई सवाल सीआरपीएफ के स्थापना दिवस से संबंधित है, तो आप कमेंट बॉक्स में सवाल पूछ ले। हम अवश्य ही आपके सवालों का जवाब देंगे। यदि आप और भी इंटरेस्टिंग आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट योजना दर्पण को जरूर रेगुलर विजिट करते रहे। हम अपनी वेबसाइट पर रेगुलर नए आर्टिकल पब्लिश करते रहते हैं। धन्यवाद!
Also Read :- विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस? जाने इसका इतिहास,महत्व आदि