Chirag Paswan Biography: चिराग पासवान (Chirag Paswan)- एक युवा राजनेता जिसने अपने पिता के सपनों को साकार करने का बीड़ा उठाया है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का जीवन संघर्षों और राजनीतिक उथल-पुथल से भरा रहा है।
एक ओर जहां उन्होंने बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया में अपना हाथ आजमाया, वहीं दूसरी ओर राजनीति के रंगमंच पर भी अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। चिराग पासवान का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था जहां राजनीति खून में बसी हुई थी। उनके पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान बिहार के दिग्गज नेता थे। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए राजनीति में कदम रखा। एक ओर जहां उन्होंने अपने पिता रामविलास पासवान की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास किया, वहीं दूसरी ओर उन्हें अपने चाचा पशुपति कुमार पारस के साथ पारिवारिक कलह का सामना भी करना पड़ा। इन सबके बावजूद चिराग ने हार नहीं मानी और अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए दिन-रात एक कर दिया।
तो आइए जानते हैं चिराग पासवान के जीवन के उन पहलुओं के बारे में जिन्होंने उन्हें एक सफल राजनेता बनने के लिए प्रेरित किया…
Chirag Paswan Wiki bio
पूरा नाम | चिराग कुमार पासवान |
जन्म तिथि | 31 अक्टूबर 1982 |
जन्म स्थान | खगड़िया, बिहार |
पार्टी का नाम | लोक जन शक्ति पार्टी |
शिक्षा | स्नातक पेशा राजनीतिज्ञ |
पिता का नाम | स्वर्गीय रामविलास पासवान |
माता का नाम | रीना पासवान |
धर्म | हिंदू |
जाति | अनुसूचित जाति |
सोशल मीडिया | – |
चिराग कुमार पासवान सोशल मीडिया (Social Media Handels)
चिराग पासवान कौन हैं? (Who is Chirag Paswan?)
चिराग पासवान (Chirag Paswan), बिहार (Bihar) के प्रमुख राजनीतिज्ञ और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र हैं। वे 2014 से लोकसभा सांसद रह चुके हैं और उनका युवा पीढ़ी में काफी प्रभाव है। चिराग पासवान ने अपने पिता की मृत्यु के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की कमान संभाली, वे आगामी लोकसभा चुनाव में हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी युवा ऊर्जा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन उनके लिए मजबूत बिंदु हैं। फिर भी, उनकी चुनौती है अपने चाचा पशुपति पारस की योग्यता और अनुभव और राजनीतिक गतिविधियों में उनकी भागीदारी। चुनावी रणनीतियों और नीतियों के साथ-साथ, चिराग पासवान का नाम भारतीय राजनीति की नई पीढ़ी के लिए उभरता हुआ चेहरा है।
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चिराग पासवान का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Chirag Paswan’s Early Life and Education)
चिराग पासवान (Chirag Paswan) का जन्म 31 अक्टूबर 1982 को बिहार के खगरिया जिले में एक राजनीतिक परिवार में हुआ था। उनके पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान भारत के प्रसिद्ध दलित नेता और केंद्रीय मंत्री रहे हैं।चिराग ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा खगरिया में पूरी की। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की, लेकिन उसके बाद राजनीति में आने के कारण आगे की शिक्षा पूरी नहीं कर पाए। हालांकि, बाद में उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया और 2003 में नई दिल्ली के स्वास्थ्य संस्थान से कंप्यूटर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की। 2005 में उन्होंने झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बैचलर डिग्री के तीसरे सेमेस्टर तक की पढ़ाई की, लेकिन बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी। चिराग ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग और फिल्मों से की। उन्होंने 2011 में ‘मिले ना मिले हम’ फिल्म में अभिनय किया, हालांकि फिल्म सफल नहीं रही। इसके बाद वे अपने पिता के साथ राजनीति में आ गए। चिराग पासवान एक शिक्षित युवा नेता हैं और भारत के सबसे पढ़े-लिखे राजनेताओं में शामिल हैं।
चिराग पासवान का परिवार और विवाह (Chirag Paswan’s Family and Marriage)
चिराग पासवान (Chirag Paswan) बिहार (Bihar) की राजनीति के एक जाने-माने चेहरे हैं। वे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। चिराग का जन्म 31 अक्टूबर 1982 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान भारत के प्रमुख राजनेताओं में से एक थे।
चिराग (Chirag Paswan) की शादी के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि, उनकी मां रीना पासवान ने हाल ही में कहा कि चिराग की शादी जल्द होगी और वे इस खुशी के मौके का इंतज़ार कर रही हैं। चिराग की शादी कब होगी और कौन उनकी जीवनसाथी बनेगी, इसके बारे में लोगों में काफी उत्सुकता है। खासकर युवाओं के बीच ये चर्चा काफी तेज है। बिहार के युवा और हैंडसम नेता के रूप में चिराग की गिनती होती है। फ़िलहाल चिराग अविवाहित हैं और अपने राजनीतिक करियर पर ध्यान दे रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने हाजीपुर सीट से 1.70 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की और 9 जून 2024 को मोदी 3.0 कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली।
ऐसे में ये कहना मुश्किल है कि चिराग की शादी कब होगी। लेकिन उनके परिवार और समर्थकों को उम्मीद है कि वे जल्द ही अपने जीवनसाथी का चुनाव करेंगे और शादी के बंधन में बंधेंगे।
चिराग पासवान का राजनीतिक करियर (Chirag Paswan’s Political Career)
चिराग पासवान (Chirag Paswan) का राजनीतिक सफर अपने पिता और दिग्गज दलित नेता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की विरासत को आगे बढ़ाते हुए आरंभ हुआ।
2019 में चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाला. उन्होंने एनडीए गठबंधन के लिए जोरदार प्रचार किया जिससे बिहार में उनकी पार्टी को जीत मिली। हालांकि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) से अलग होकर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा, जिसमें पार्टी को सिर्फ एक सीट मिली। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान ने पूरी ताकत झोंक दी. उन्होंने बिहार की पांच सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी पर शानदार जीत हासिल की। इस जीत को उन्होंने जनता का प्यार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद बताया। अब जब नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, चिराग पासवान ने मोदी सरकार 3.0 में अहम भूमिका निभाने का संकेत दिया है. उन्हें लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय दल का नेता चुना गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार मोदी कैबिनेट में चिराग पासवान को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
हालांकि चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने साफ किया है कि उनकी पार्टी बिना किसी शर्त के नरेंद्र मोदी का समर्थन करेगी। उनका एकमात्र मकसद मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना था। अब जब यह लक्ष्य पूरा हो गया है, देखना दिलचस्प होगा कि आगे चिराग पासवान का राजनीतिक सफर किस ओर मुड़ता है और वे मोदी सरकार में किस तरह की भूमिका निभाते हैं।
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चिराग पासवान की उपलब्धियां (Achievements of Chirag Paswan)
चिराग पासवान (Chirag Paswan), भारतीय राजनीतिज्ञ और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता, ने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। यहाँ पाँच प्रमुख बिंदु हैं:
- सांसद के रूप में चुनाव जीतना: चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में जमुई (बिहार) से सांसद के रूप में चुनाव जीता। उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के विश्वास को बनाए रखा और विकास कार्यों को प्राथमिकता दी।
- युवा नेता की छवि: चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने खुद को एक युवा और प्रगतिशील नेता के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने युवाओं के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया और उनकी आवाज़ को संसद में उठाया।
- लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष: चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने अपने पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद लोक जनशक्ति पार्टी की कमान संभाली। उन्होंने पार्टी को एकजुट रखा और नए नेतृत्व की दिशा में कार्य किया।
- विभिन्न विकास परियोजनाएं: चिराग ने अपने संसदीय क्षेत्र में विभिन्न विकास परियोजनाओं को लागू किया, जिनमें सड़कों का निर्माण, शिक्षा संस्थानों का विकास, और स्वास्थ्य सुविधाओं का सुधार शामिल हैं।
- संविधान और कानून की समझ: चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने संसद में कई महत्वपूर्ण विधायी मुद्दों पर बहस की और अपने विचार प्रस्तुत किए। उनकी संवैधानिक और कानूनी समझ ने उन्हें एक सक्षम सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया।
चिराग पासवान के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Chirag Paswan)
- राजनीतिक विरासत: चिराग पासवान (Chirag Paswan) प्रसिद्ध दलित नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र हैं। उन्होंने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है।
- लोक जनशक्ति पार्टी का नेतृत्व: चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। हालांकि, उनके चाचा पशुपति पारस के साथ पार्टी में विवाद हुआ और पार्टी दो धड़ों में बंट गई।
- 2020 बिहार विधानसभा चुनाव: चिराग ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की जेडीयू के खिलाफ चुनाव लड़ा। इस फैसले ने बिहार की राजनीति में दिलचस्पी पैदा की।
- “बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट” विज़न: चिराग पासवान ने “बिहारी फर्स्ट” विज़न की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य बिहार के आम लोगों के हितों को प्राथमिकता देना है।
- हाजीपुर से चुनावी लड़ाई: चिराग पासवान 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने पिता के पुराने क्षेत्र हाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट उनके चाचा पशुपति पारस के पास है, जिससे यह चुनाव और भी दिलचस्प हो गया है।
- प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन: हालांकि लोजपा एनडीए गठबंधन का हिस्सा नहीं है, फिर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाजीपुर में चिराग के समर्थन में रैली की।
- युवा और ऊर्जावान नेता: चिराग पासवान एक युवा और ऊर्जावान नेता के रूप में उभरे हैं। उन्होंने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए बिहार की राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाने का पूरा प्रयास किया है।
Conclusion:
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FAQ’S
Q. चिराग पासवान का जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि क्या है?
Ans. चिराग पासवान का जन्म 31 अक्टूबर 1982 को बिहार के खगड़िया जिले में हुआ था। वह प्रसिद्ध राजनेता और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान के पुत्र हैं। उनकी माता का नाम रीना पासवान है।
Q. चिराग पासवान की शिक्षा और करियर की शुरुआत कैसी रही?
Ans. चिराग ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रैजुएशन किया और वे एक सफल अभिनेता बनना चाहते थे। उन्होंने 2011 में फिल्म ‘मिले ना मिले हम’ से बॉलीवुड डेब्यू किया। हालांकि, बाद में उन्होंने राजनीति में रुचि दिखाई।
Q. चिराग पासवान ने राजनीति में कब कदम रखा और क्या उपलब्धियां हासिल कीं?
Ans. चिराग ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जमुई सीट से जीत हासिल कर सांसद बने। 2019 में भी उन्होंने इसी सीट से जीत दर्ज की। जून 2019 में उन्हें लोक जनशक्ति पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वह 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में NDA गठबंधन से अलग होकर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़े।
Q. चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच क्या विवाद है?
Ans. रामविलास पासवान के निधन के बाद पार्टी और परिवार में विवाद बढ़ गया। चिराग और उनके चाचा पशुपति पारस, दोनों हाजीपुर लोकसभा सीट पर दावा कर रहे हैं। BJP ने पशुपति पारस का समर्थन किया है जबकि चिराग अपनी विरासत बचाने की कोशिश कर रहे हैं।