मनु भाकर जीवनी (Manu Bhaker Biography): मनु भाकर ने भारत के खेल इतिहास में अपना नाम अमर कर लिया है, क्योंकि वह ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली महिला एथलीट बन चुकि हैं। दरअसल, 30 जुलाई, मंगलवार को उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीत लिया है। वहीं इससे पहले 28 जुलाई को 12 साल बाद उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीतकर निशानेबाजी में भारत का नाम रोशन किया है।
इस जीत के साथ, मनु भाकर ने भारत के ओलंपिक पदक खाता खोला और निशानेबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। मनु की इस सफलता की कहानी उनके सपनों और मजबूत इरादों की मिसाल है। हरियाणा के छोटे से शहर झज्जर में जन्मी मनु ने छोटी उम्र से ही अपनी क्षमता और दृढ़ संकल्प दिखाया। पेरिस ओलंपिक तक पहुंचने के लिए उन्होंने कठोर प्रशिक्षण और अथक मेहनत की, साथ ही उनके परिवार और कोचों का पूरा समर्थन भी मिला। आज के हमारे इस लेख में हम आपके लिए मनु भाकर (Manu Bhaker Biography) की जीवनी लेकर आएं है जिसमें हम आपको उनके प्रारंभिक जीवन से लेकर उनकी शिक्षा, परिवार, करियर के बारे में सभी जरुरी जानकारी उपलब्ध कराएँगे, तो चलिए विस्तार से जानते है चैम्पियन मनु भाकर के बारे में.
2024 पेरिस ओलंपिक
भारत की युवा और प्रतिभाशाली शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में बेमिसाल जीत हासिल की है। मनु ने पेरिस ओलंपिक में दो मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। मंगलवार को मनु ने 10 मीटर मिक्स्ड टीम इवेंट में अपने साथी शूटर सरबजीत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम दर्ज कराया। यह मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक में दूसरा मेडल है, क्योंकि इसके पहले, उन्होंने रविवार यानी कि 28 जुलाई को 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मनु भाकर 22 वर्षीय है और उन्होंने अपनी असाधारण प्रतिभा और कठोर परिश्रम से इस उपलब्धि को संभव बनाया है। इसके साथ ही, वे ओलंपिक इतिहास में पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं जिन्होंने एक ही ओलंपिक खेलों में दो मेडल जीतने का गौरव प्राप्त किया है। उनकी इस सफलता ने देश का नाम रोशन कर दिया है और युवा शूटरों के लिए मनु प्रेरणा का स्रोत बन कर उभरी है। मनु की इस शानदार उपलब्धि से भारत को गर्व महसूस हो रहा है और सभी लोग उनको बधाईयां दे रहे है, इसी कड़ी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी ट्वीट कर उनकी सरहाना की गई।
Our shooters continue to make us proud!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 30, 2024
Congratulations to @realmanubhaker and Sarabjot Singh for winning the Bronze medal in the 10m Air Pistol Mixed Team event at the #Olympics. Both of them have shown great skills and teamwork. India is incredibly delighted.
For Manu, this… pic.twitter.com/loUsQjnLbN
Winning this medal is a dream come true, not just for me but for everyone who has supported me. I am deeply grateful to the NRAI, SAI, Ministry of Youth Affairs & Sports, Coach Jaspal Rana sir, Haryana government and OGQ. I dedicate this victory to my country for their incredible… pic.twitter.com/hnzGjNwUhv
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) July 28, 2024
Manu Bhaker Wiki bio
नाम | मनु भाकर |
जन्म | 18 फरवरी, 2002 |
जन्म स्थान | गोरिया गाँव, झज्जर जिला, हरियाणा |
पिता का नाम | राम किशन भाकर |
माता का नाम | सुमेधा भाकर |
भाई बहन | एक भाई |
नाम | अखिल भाकर |
पेशा | निशानेबाज |
कद | 168 सेमी (5 फीट 6 इंच) |
वजन | 60 किलोग्राम (132 पाउंड) |
सोशल मीडिया | X , Instagram |
कौन है मनु भाकर (Who is Manu Bhaker)
इस साल पेरिस में आयोजित ओलंपिक 2024 में मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर निशानेबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रच दिया है। यह उपलब्धि उन्हें 20 सालों में किसी व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला निशानेबाज बनने के एक दिन बाद मिली। मनु भाकर Manu Bhaker Biography टोक्यो 2020 ओलंपिक में इसी स्पर्धा में एक पिस्टल की खराबी के कारण पदक से चूक गई थीं। गौरतलब है कि किशोरी उम्र में ही मनु भाकर ने तेजी से प्रगति की और भारत की नए निशानेबाजी सितारे के रूप में उभरीं।हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी, 2002 को हरियाणा के झज्जर जिले में हुआ था, जो आमतौर पर अपने मुक्केबाजों और पहलवानों के लिए जाना जाता है। हालांकि, मनु ने स्कूल के समय में टेनिस, स्केटिंग, और मुक्केबाजी जैसे खेलों में रुचि थी।
मनु भाकर प्रारंभिक जीवन और बचपन (Manu Bhaker Early Life And Childhood)
18 फरवरी, 2002 में मनु भाकर का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम राम किशन भाकर हौ जो कि पेशे से मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर हैं। छोटी उम्र से ही मनु ने कई खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं निशानेबाजी में जाने से पहले, उन्होंने पारंपरिक मणिपुरी मार्शल आर्ट ‘हुएन लैंगलॉन’, मुक्केबाजी, टेनिस, और स्केटिंग में भी अपनी खास प्रतिभा दिखाई और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते। इन खेलों में मिली सफलता ने निशानेबाजी में उनके करियर को एक मजबूत आधार दिया।
जब मनु 14 साल की थीं तब उन्होंने निशानेबाजी को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया था। उनके पिता ने उनके प्रशिक्षण और उपकरणों पर लगभग ₹1,50,000 खर्च करके उनके होसलों को उड़ान देने का काम किया। कुछ इस तरह मनु का प्रतिस्पर्धी निशानेबाजी में सफर शुरू हुआ। उनकी पहली बड़ी उपलब्धि 2017 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रही, जहां उन्होंने रजत पदक जीता।
मनु भाकर शिक्षा (Manu Bhaker Education)
Also Read:-Annapurna Devi Biography
मनु भाकर के पिता नाम राम किशन भाकर है और उनका पेशा मर्चेंट नेवी में इंजीनियर का हैं। वहीं अगर उनकी मां की बात करें तो उनका नाम सुमेधा है और वह एक स्कूल टीचर हैं। बचपन से ही मनु को खेलों में काफी रुचि थी। स्कूल के दिनों में उन्हें कबड्डी, बैडमिंटन और बास्केटबॉल खेलना काफी पसंद था। एक संयोग से मनु को शूटिंग में रुचि आना शुरू हुई। साल 2016 में दिल्ली में अपने चाचा के घर जाते समय उन्होंने एक शूटिंग रेंज देखी और वहां ट्रायल देने गईं। शूटिंग का शौक उन्हें लग गया और उन्होंने इसे अपने करियर के रूप में अपनाने का फैसला किया। शुरुआत में उनके परिवार ने इसका विरोध किया, लेकिन मनु की मेहनत और जुनून देखकर उन्होंने उनका समर्थन किया। मनु ने कड़ी मेहनत की और जल्दी ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त की। अब, उन्होंने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में क्वालीफाई कर लिया है।
मनु भाकर परिवार (Manu Bhaker Family)
Also Read:-C. R. Patil Biography
वहीं अगर हम मनु भाकर के परिवार के बारे में बात करें तो उनके परिवार में उनके पिता रामकिशन भाकर, माता सुमेधा भाकर, और एक भाई अखिल भाकर शामिल हैं। उनके पिता मर्चेंट नेवी में मुख्य अभियंता हैं, और उनकी मां एक स्कूल में टीचर हैं।
मनु भाकर करियर (Manu Bhaker Career)
Also Read:-Dr. Virendra Kumar Biography
मनु भाकर ने सिर्फ 14 साल की उम्र में शूटिंग की शुरुआत की थी। स्कूल के दिनों में उन्हें पहलवानी, बैडमिंटन और बास्केटबॉल में रुचि थी और वह ये खेलना ज्यादा पसंद करती थीं, लेकिन जब वह साल 2016 में दिल्ली में अपने चाचा के घर गई तब वहां उन्होंने एक शूटिंग रेंज देखी। जहां उन्होंने ट्रायल दिया जिसके बाद, शूटिंग से उन्हें लगाव हो गया और उन्होंने इसी में अपना करियर बनाने का फैसला कर लिया। साल 2018 में मनु ने कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने शानदार प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर लिया। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद, उन्होंने एमएसएसएफ वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर मेमोरियल इवेंट में भी भाग लिया और भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। वहीं साल 2021 में दोहा, कतर में हुए एशियन चैंपियनशिप में भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
मनु भाकर की सफलता की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह दिखाती है कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठोर मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। उनकी यात्रा यह साबित करती है कि समर्पण और मेहनत से बड़े सपने साकार हो सकते हैं।
मनु भाकर का अंतर्राष्ट्रीय करियर (Manu Bhaker International Career)
Also Read:-Raksha Khadse Biography
एशियाई खेल 2022: साल 2022 में आयोजित हुए एशियाई खेलों में उन्होंने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम स्पर्धा में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में योगदान दिया।
आईएसएसएफ विश्व कप 2019: फरवरी 2019 में, उन्होंने दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।वहीं मई 2019 में म्यूनिख आईएसएसएफ विश्व कप में चौथा स्थान हासिल करके, उन्होंने 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में एक झटके में पार करते हुए 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा के लिए 2020 टोक्यो ओलंपिक में अपना स्थान अर्जित किया, जहां उनकी पिस्टल में तकनीकी समस्या के कारण उन्हें बढ़त से हाथ धोना पड़ा।2019 में सभी चार पिस्टल और राइफल ISSF विश्व कप के दौरान, भाकर ने लगातार 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, जिससे वह और उनकी जोड़ीदार टोक्यो ओलंपिक के लिए मजबूत उम्मीदवार बन गए।
युवा ओलंपिक 2018: मनु भाकर ने साल 2018 में आयोजित हुए युवा ओलंपिक में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा और महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में 236.5 के स्कोर के साथ शीर्ष स्थान पर रहीं। उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक और पहले से ही विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता के रूप में, 16 वर्षीय भाकर युवा ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज और भारतीय महिला एथलीट बन गईं।
एशियाई खेल 2018: साल 2018 में आयोजित हुए एशियाई खेलों के दौरान मनु भाकर ने 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के क्वालीफाइंग दौर में 593 अंक हासिल करते हुए खेल के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2018: 2018 CWG गेम्स में, भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफिकेशन में 388/400 का स्कोर बनाया और फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में जीत हासिल की और 240.9 अंकों के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स का नया रिकॉर्ड बनाया।
विश्व कप 2018: उनका दूसरा विश्व कप स्वर्ण 10 मीटर एयर पिस्टल के लिए मिश्रित टीम स्पर्धा में आया, जहाँ उन्होंने ओपी मिथरवाल के साथ प्रतिस्पर्धा की। साथ में, उन्होंने 476.1 अंक दर्ज किए।
आईएसएसएफ विश्व कप 2018: मैक्सिको के ग्वाडलजारा में 2018 अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन विश्व कप में, भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता, जिसमें उन्होंने मैक्सिको की एक प्रतियोगी को पछाड़ दिया। 16 साल की उम्र में इस जीत ने भाकर को विश्व कप में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बना दिया।
एशियाई जूनियर चैम्पियनशिप 2017: उन्हें पहली बार अंतरराष्ट्रीय सफलता का अनुभव तब हुआ जब उन्होंने 2017 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। उसी वर्ष केरल में राष्ट्रीय खेलों के दौरान, भाकर ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए नौ स्वर्ण पदक हासिल किए।
मनु भाकर की नेटवर्थ (Manu Bhaker Networth)
कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मनु भाकर Manu Bhaker Biography की विकी बायोग्राफी के अनुसार 2024 तक उनकी कुल संपत्ति लगभग 12 करोड़ रुपये है, जिसमें प्रतियोगिताओं, विज्ञापनों और अन्य चीजों से उनकी कमाई शामिल है।
मनु भाकर की उपलब्धियाँ (Achievements of Manu Bhaker)
- 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स: मनु भाकर ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। वह इस स्पर्धा को जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय खिलाड़ी बनीं।
- 2018 आईएसएसएफ विश्व कप: मनु भाकर ने ओमप्रकाश मिठारवाल के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
- 2019 आईएसएसएफ विश्व कप: मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में विश्व रिकॉर्ड स्कोर बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता, जिससे देश का नाम रोशन हुआ।
- 2021 आईएसएसएफ विश्व कप: इस विश्व कप में मनु भाकर ने महिला 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी क्षमता का परिचय दिया।
- 2024 पेरिस ओलंपिक: पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर 10 मीटर एयर पिस्टल, 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम और 25 मीटर पिस्टल स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही है। उन्होंने रविवार को महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भारत को पहला ओलंपिक पदक दिलाया और ब्रॉन्ज मेडल जीता।वहीं बीते मंगलवार यानी कि 30 जुलाई को उन्होंने 10 मीटर मिक्स्ड टीम इवेंट में अपने साथी शूटर सरबजीत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है और भारत का नाम रोशन किया है।
Conclusion:-Manu Bhaker Biography
हम आशा करते है हमारे द्वारा लिखी गई मनु भाकर जीवनी आपको पसंद आई होगी। अगर आपको किसी भी तरह का प्रश्न या सुझाव है तो इसे आप हमारे कॉमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें। ऐसे ही रोमांच से भरे अन्य आर्टिकल के लिए हमारी वेबसाइट रोज़ाना विज़िट करें, धन्यवाद
FAQ’s:-Manu Bhaker Biography
Q.मनु भाकर का जन्म कब हुआ?
Ans. मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी 2002 में हुआ था।
Q.मनु भाकर का जन्म कहां हुआ था?
Ans.मनु भाकर का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में हुआ था।
Q.मनु भाकर का परिवार कौन-कौन से सदस्य शामिल हैं?
Ans.मनु भाकर के परिवार में उनके पिता राम किशन भाकर, माता सुमेधा भाकर, और एक भाई अखिल भाकर शामिल हैं।
Q.मनु भाकर ने शूटिंग में करियर बनाने का निर्णय कब लिया?
Ans.मनु भाकर ने शूटिंग में करियर बनाने का निर्णय 2016 में दिल्ली में एक शूटिंग रेंज देखकर लिया।
Q.टोक्यो 2020 ओलंपिक में मनु भाकर किस वजह से पदक से चूक गईं थीं?
Ans.टोक्यो 2020 ओलंपिक में मनु भाकर पिस्टल की तकनीकी समस्या के कारण पदक से चूक गईं थीं।