गुरु पूर्णिमा शायरी (Guru Purnima Shayari) : हमारे देश भारत में गुरु पूर्णिमा का खास महत्व है। यह दिन न सिर्फ आध्यात्मिक गुरुओं के प्रति बल्कि अकादमिक गुरुओं के प्रति भी सम्मान प्रकट करने का होता है। इस वर्ष यह पर्व 21 जुलाई, सोमवार को मनाया जा रहा है।गुरु पूर्णिमा का दिन गुरुओं को समर्पित होता है। इस दिन हम अपने गुरुओं का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने हमें एक अच्छा और समझदार इंसान बनने में मदद की है। संत कबीरदास का यह दोहा गुरु की महत्ता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है: “गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरु अपने, गोविंद दियो बताए।” इसका मतलब है कि गुरु का स्थान भगवान से भी ऊंचा है, क्योंकि उनके ज्ञान से ही हमें भगवान के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है। इस मौके पर आप अपने शिक्षकों और जीवन में गुरु समान भूमिका निभाने वाले व्यक्तियों को शुभकामनाएं भेज सकते है।आज के डिजिटल जमाने में आप अपने गुरुओं को शुभकामनाएं संदेश, मैसेज और कोट्स भेज कर उन्हें इस पर्व की बधाई दे सकते हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। गुरु पूर्णिमा की इन शायरी आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर अपने गुरुओं के साथ शेयर कर सकते हैं और उन्हें इस पावन पर्व की बधाई दे सकते हैं।
गुरु पूर्णिमा शायरी इन हिंदी (Guru Purnima Shayari In Hindi )
आरुणि की गुरुभक्ति से, हमने शिक्षा पाई है।
और कबीर जैसे महान संत ने भी गुरु की महिमा गाई है।।”
जो फंसा हो जीवन के मझधारों
में उसका भी उद्धार हो जाता है,
गुरु के चरणों में जाने से
सबका बेडा पार हो जाता है।
क्या दूं गुरु-दक्षिणा मन ही मन मैं सोचूं
चुका न पाऊं ऋण मैं आपका अगर जीवन भी अपना दे दूं।
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
माँ-बाप की मूरत है गुरु !
कलयुग में भगबान की सूरत है गुरु !
गुरु पूर्णिमा के दिन करते हैं आभार सलाम से।
आओ इस गुरु पूर्णिमा पर करें अपने गुरु को प्रणाम।
गुरु पूर्णिमा की शुभ कामनायें!
माता-पिता ने जन्म दिया पर
गुरु ने जीने की कला सिखाई है
ज्ञान चरित्र और संस्कार की
हमने शिक्षा पाई है
शुभ गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा पर शायरी (Guru Purnima Par Shayari)
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर
मेरे गुरु के चरणों में परनाम,
मेरे गुरु जी कृपा राखियो
तेरे ही अर्पण मेरे प्राण !
गुरु को पारस जानिए,
करे लौह को स्वर्ण शिष्य और गुरु,
जगत में दो ही हैं वर्ण
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई!
विद्यालय है मंदिर मेरा,
गुरु मेरे भगवान् हैं,
हमारे हृदय में नित
उनके लिए सम्मान है.
सही क्या है? गलत क्या है? ये सबक पढ़ाते हैं आप,
झूठ क्या है? और सच क्या है? ये बात समझाते हैं आप,
जब सूझता नहीं कुछ भी हमको,
तब राहों को सरल बनाते हैं आप !!
“गुरु आपके इस उपकार का, मै कैसे चुकाऊं मोल?
लाख कीमती धन भला.. लेकिन गुरु है मेरा सबसे अनमोल..
शुभ गुरु पूर्णिमा।।”
गुरु पूर्णिमा शायरी (Guru Purnima Shayari)
गुरु की महिमा न्यारी है,
अज्ञानता को दूर करके.
ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरु की महिमा न्यारी है…
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं!
माटी से मूरत गढ़े,
सद्गुरु फूंके प्राण।
कर अपूर्ण को पूर्ण गुरु,
भव से देता त्राण।।
शुभ गुरु पूर्णिमा!
“वक्त भी सिखाता है और टीचर भी!
लेकिन दोनों में फर्क सिर्फ इतना सा है कि टीचर
सिखाकर इम्तिहान लेता है,
और वक्त इम्तिहान लेकर सिखाता है।।
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं।।”
गुरु बिना ज्ञान नहीं ज्ञान बिना आत्मा नहीं,
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म सब गुरु की ही देन है।
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनायें
“आपने सिखाया उंगली पकड़ कर हमें चलना,
आपने ही बताया कैसे गिरने के बाद संभलना,
आपकी वजह से ही आज हम पहुंचे हैं इस मुकाम पे,
गुरु पूर्णिमा के दिन करते हैं हम आभार सलाम से।।”
अनमोल वचन गुरु के लिए शायरी हिंदी में (Anmol Vachan Guru ke liye Shayari In Hindi)
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गुरु गूगल दोहू खड़े,
काके लागूं पांये,
बलिहारी गुरु आपने,
गूगल दियो बनाये !!
शांति का पढ़ाया है जिसने पाठ, अज्ञानता का मिटाया है हमारे जीवन से अंधकार,
गुरु से सिखाया है हमें, नफरत पर विजय है प्यार।।
गुरु पूर्णिमा पर हार्दिक बधाई।।”
करता करे ना कर सके, गुरु करे सब होय
सात द्वीप नौ खंड में गुरु से बड़ा न कोय
मैं तो सात समुद्र की मसीह करु, लेखनी सब बदराय
सब धरती कागज करु पर, गुरु गुण लिखा ना जाय
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई
गुरुवर तेरे चरणों में रहकर, हमने शिक्षा पाई है।
गलत रास्ते पर भटके जब भी हम,तो गुरुवर आपने ही हमें फिर से राह दिखाई है।।
वाणी शीतल चन्द्रमा,
मुख-मण्डल सूर्य समान,
गुरु चरनन त्रिलोक है,
गुरु अमृत की खान। गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई !
गुरु के लिए शायरी हिंदी में (Guru ke liye Shayari In Hindi)
वक्त भी सिखाता है टीचर भी
पर दोनों में अंतर इतना है
कि टीचर लिखाकर इम्तिहान लेता है
और वक्त इम्तिहान लेकर सिखाता है
शुभ गुरु पूर्णिमा
हरिहर आदिक जगत में पूज्य देव जो कोय,
सदगुरु की पूजा किए सबकी पूजा होय।
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं!
गुरु तुम्हें कुछ देता नहीं है,
वो तुम्हें पैदा करता हैं।
शुभ गुरु पूर्णिमा!
गुरू वो नही जो केवल ज्ञान दे वरन गुरू वह है
जो हमारे निराश जीवन मे आशा रूपी
दीपक प्रज्वलित करे और
उन्नति के पथ पर अग्रसित करे!
गुरु पूर्णिमा के लिए दो लाइन (2 lines On Guru Purnima)
गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।।
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते शब्द-शब्द का अर्थ बताते
कभी प्यार से कभी डाँट से, जीवन जीना हमें सिखाते
हैप्पी गुरु पूर्णिमा
गुरु की महिमा है अगम, गाकर तरता शिष्य।
गुरु कल का अनुमान कर, गढ़ता आज भविष्य।।
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनायें
शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञानता का मिटाया अंधकार
गुरु ने सिखाया हमें, नफरत पर विजय हैं प्यार.
गुरु बिना ज्ञान नहीं और ज्ञान बिना आत्मा नहीं,
कर्म, धैर्य, ज्ञान और ध्यान सब गुरु की ही देन है।।
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं।।