Essay On Rakhi in Hindi 2024 | राखी पर निबंध: Essay In 100 Words, Essay In 500 Words, Raksha Bandhan Essay

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राखी पर निबंध 2024 (Essay On Rakhi in Hindi): हमारे देश में हर महीने में कोई ना कोई त्यौहार आता ही रहता है, जिनमें कोई त्यौहार छोटा होता है तो कोई त्यौहार बड़ा होता है। छोटे त्यौहार कुछ राज्यों तक ही लिमिटेड होते हैं। वहीं जो बड़े त्योहार होते हैं इन्हें देश के अधिकतर राज्यों में मनाया जाता है। जैसे कि रक्षाबंधन का त्यौहार एक बड़ा त्यौहार है जिसे देश की अधिकतर आबादी मनाती है। मुख्य तौर पर यह त्यौहार हिंदुओं में प्रचलित है, पर इसके बावजूद इसे इंडिया के अन्य मजहब के लोग भी हंसी-खुशी के साथ मनाते हैं। इस साल यानी कि 2024 में ये पावन पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा।यह त्यौहार हर साल सावन महीने की पूर्णिमा को पड़ता है। इसे राखी का त्यौहार भी कहा जाता है। 

देश में इस दिन एक अलग ही माहौल देखने को मिलता है। दिन भर इस दिन इंडियन मार्केट में चहल-पहल देखने को मिलती है। स्कूलों में भी रक्षाबंधन का त्यौहार रक्षाबंधन के एक दिन पहले मना लिया जाता है। इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहता है। आज के इस लेख में हम आपके साथ राखी पर 100 शब्दों में,500 शब्दों में, लंबा और छोटा हर तरह का निबंध प्रस्तुत कर रहे है, जो आप किसी भी तरह के निबंध प्रतियोगिता में इस्तमाल कर सकते है, तो चलिए पढ़ते है इस लेख में बहतरीन निबंध।

Overview Of Essay On Raksha Bandhan In Hindi 2024

आर्टिकल का नामरक्षाबंधन 2024 निबंध
उद्देश्यरक्षाबंधन पर निबंध देना
साल2024
संबंधित त्यौहाररक्षाबंधन
संबंधित तारीख19 अगस्त
संबंधित धर्महिंदू
भाषाहिंदी

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2.रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं
3.रक्षाबंधन पर निबंध 2024

राखी पर 100 शब्दों में निबंध (Essay On Rakhi in 100 Words)

रक्षाबंधन को राखी का त्योहार अथवा भाई बहन के प्यार का त्यौहार भी कहा जाता है, जो कि हर साल सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को आता है। परंतु इसकी तारीखो में बदलाव होता रहता है। साल 2024 में रक्षाबंधन का त्यौहार धूमधाम के साथ 19 अगस्त को मनाया जाएगा। साल 2023 में यही त्योहार 30 अगस्त को मनाया गया था।

रक्षाबंधन के त्यौहार के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर सुंदर राखी बांधती है और बदले में भाई यथाशक्ति अपनी बहन को गिफ्ट देते हैं और उसके सर पर हाथ रखकर आजीवन उसकी रक्षा करने का वचन भी देते हैं, जो इस बात को दर्शाता है कि यह कितना ज्यादा पवित्र त्यौहार है, जिसमें एक भाई अपनी बहन को कहता है कि यदि बहन को किसी भी परिस्थिति में उसकी आवश्यकता है तो वह हमेशा उसके लिए उपलब्ध रहेगा और विकट परिस्थिति में उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा।

राखी पर 500 शब्दों में निबंध (Essay On Rakhi in 500 Words)

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सभी बहनों के लिए उनका भाई किसी हीरो से कम नहीं होता है, क्योंकि भाई-बहन का रिश्ता ही कुछ अनोखा होता है। एक दूसरे के प्रति उनकी देखभाल की कोई भी लिमिट नहीं होती है। इनके बीच वैसे तो अक्सर छोटी-मोटी नोक झोक होती रहती है जिससे लोगों को लगता है कि दोनों एक दूसरे को पसंद नहीं करते हैं परंतु दोनों में से किसी को भी तकलीफ होने पर दूसरा उसकी सहायता के लिए तुरंत ही आ जाता है, जो इस बात को दर्शाता है की बहन अपने भाई से और भाई अपने बहन से कितना भी झगड़ा क्यों न कर ले, वह एक दूसरे से ज्यादा समय तक दूर नहीं रह पाते हैं।

इस प्रकार भाई और बहन के बीच इस अटूट प्यार को एक उत्सव के तौर पर मनाने के लिए देश में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। हालांकि यह कोई आज का त्यौहार नहीं है बल्कि यह एक प्राचीन त्यौहार है जिसके साथ ऐतिहासिक और पौराणिक कहानी जुड़ी हुई है। यह त्यौहार सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को आता है।

2024 में रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त को पड़ रहा है। रक्षाबंधन का त्यौहार आने के लगभग एक महीना पहले से ही मार्केट में बड़ी-बड़ी दुकान शुरू हो जाती है, जहां पर अनेक प्रकार की स्वादिष्ट मिठाइयां मिलती है। इसके अलावा गिफ्ट की दुकानों पर भी भाइयों की भारी भीड़ दिखाई पड़ती है, जो रक्षाबंधन के दिन अपनी बहन को देने के लिए बेस्ट गिफ्ट की खरीददारी पहले ही करके रखते हैं और रक्षाबंधन के दिन अपनी बहनों को सरप्राइज देते हैं। रक्षाबंधन के 2 से 10 दिन पहले ही बहने भी अपने भाइयों के लिए अच्छी-अच्छी राखियां ढूंढने लगते हैं और उन्हें खरीद कर रख लेती है क्योंकि राखियो की दुकान पर रक्षाबंधन के दिन काफी ज्यादा भीड़ होती है।

रक्षाबंधन विशेष कर हिंदू इंडियन फैमिली के बीच मनाया जाने वाला त्यौहार है, पर इसका मतलब यह नहीं कि सिर्फ भारत के लोग ही इसे मनाते हैं। कई विदेशी है जो रक्षाबंधन के त्यौहार में रुचि रखते हैं और इस त्यौहार को मनाते हैं, वही जो भारतीय भारत छोड़कर दूसरे देशों में जाकर बस गए हैं, वह भी वहां पर धूमधाम के साथ रक्षाबंधन का त्योहार सेलिब्रेट करते हैं।

बहने बड़ी ही बेसब्री से इस त्यौहार के आने का इंतजार पूरे साल करती रहती है। इस त्यौहार पर सिर्फ सगे भाई ही नहीं बल्कि बहने अपने मुंह बोले भाई की कलाई पर भी राखी बांधती है। इस दिन बहन भाई के माथे पर तिलक लगाती है और उसकी आरती उतारती है और उसे मिठाइयां खिलाती है और उसके बाद राखी बांधती है और सामने से भाई बहन को गिफ्ट देते हैं या फिर उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं और इस प्रकार से राखी का त्योहार पूर्ण होता है। 

राखी पर लंबा निबंध (Long Essay On Rakhi)

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प्रस्तावना 

भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण त्योहार में रक्षाबंधन का त्योहार शामिल है, जो की मुख्य तौर पर भाई और बहनों का त्यौहार होता है, जिसे हर साल दुनिया भर में धूमधाम के साथ सावन महीने की पूर्णिमा को सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन सबसे ज्यादा खुशी भाई और बहनों में देखी जाती है। यदि रक्षाबंधन का अर्थ निकाला जाए, तो इसका मतलब रक्षा का बंधन होता है। यह एक ऐसा स्पेशल दिन होता है, जब भाई की कलाई पर बहन एक स्पेशल धागा या फिर राखी बांधती है और भाई भी इसके बाद अपनी बहन को आजीवन सुरक्षा करने का वादा करता है।

रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है?

यह त्यौहार बहन और भाई के बीच बिना स्वार्थ वाले प्यार को दर्शाने का काम करता है। इसके साथ ही साथ उनके बीच सपोर्ट, आपसी समझ की 

महत्वपूर्णता को भी दिखाने का काम करता है। भारतीय संस्कृति के पवित्र त्योहार में रक्षाबंधन का त्योहार हमेशा ही शामिल रहता है। इस त्योहार से विदेशी लोगों को एक अच्छी सीख यह मिलती है कि, भाई और बहन का रिश्ता कितना ज्यादा पवित्र होता है जो कि सिर्फ भारत में ही देखा जा सकता है।

इस त्यौहार को मनाने के पीछे बहुत सारी ऐतिहासिक और पौराणिक कहानी है, परंतु मुख्य तौर पर देखा जाए तो रक्षाबंधन को इसलिए मनाया जाता है ताकि भाई और बहन के बीच रिश्ता और भी मजबूत हो सके और वह अपने रिश्ते की अहमियत को गहराई से समझे। यह त्यौहार फैमिली के अलग-अलग लोगों को एक साथ आने का अवसर भी उपलब्ध करवाता है।

रक्षाबंधन से जुड़ी मान्यताएं

एक धार्मिक कथा के अनुसार भगवान श्री कृष्ण के द्वारा गलती से अपने हाथ की उंगली काट ली गई थी और उन्हें देखकर तुरंत ही द्रौपदी माताजी ने अपने कपड़े के एक हिस्से को फाड़ा और भगवान कृष्ण जी की उंगली पर उसे बांध दिया ताकि कृष्ण जी की उंगली से खून बहना बंद हो सके। 

द्रौपदी जी के इस काम से भगवान कृष्ण जी काफी ज्यादा प्रसन्न हुए और उन्होंने उनकी रक्षा करने का वचन दिया और उन्होंने साड़ी के उस टुकड़े को रक्षा सूत्र माना, तब से ही इस पावन त्यौहार की स्टार्टिंग हुई।

रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है?

रक्षाबंधन के दिन घरों में एक अलग ही खुशी देखी जाती है। बहन इस दिन राखी की तैयारी पर विशेष तौर पर ध्यान देती है और भाई भी अपनी बहन के लिए स्पेशल गिफ्ट पहले से ही खरीद कर रख लेते हैं। इस दिन शुभ मुहूर्त का पता पहले से ही पंचांग अथवा पंडितों के द्वारा लगा लिया जाता है और शुभ मुहूर्त शुरू होने पर सबसे पहले भाई को एक ऊंचे आसन पर बैठाया जाता है और उसके बाद बहन एक थाली में सभी चीज लेकर आती है और सबसे पहले भाई को हल्दी या कुमकुम का टीका लगाती है और उसके बाद दीपक जलाकर भाई की आरती उतारती है।

इसके बाद बहन भाई को मिठाई खिलाती है और फिर सबसे आखिरी में उसकी कलाई पर राखी बांधती है। इसके बाद पहले से ही खरीदे गए गिफ्ट भाई अपनी बहन को देते हैं और जो भाई गिफ्ट नहीं देते वह उसकी जगह पर कुछ नगद पैसे देते हैं और बहन को आजीवन रक्षा करने का वचन भी देते हैं। इस प्रकार से यह त्यौहार मनाया जाता है और रात में लोग अपने-अपने घरों में स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करते हैं और पूरा परिवार एक साथ मिलकर इस त्यौहार को हंसी खुशी के साथ सेलिब्रेट करता है।

रक्षाबंधन का त्योहार सिर्फ भाई और बहन के बीच प्यार को दर्शाने का काम ही नहीं करता है बल्कि यह इस बात को भी दर्शाता है कि आखिर इंडियन संस्कृति में नारी का क्या महत्व है। बहने अपने भाइयों की रक्षा के लिए उनकी कलाई पर राखी बांधकर उन्हें सुरक्षित महसूस कराती है, वही भाई भी अपने प्यार को प्रदर्शित करते हैं। यह ऐसा दिन होता है जो नारी की महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करता है और समाज में उन्हें ऊंचे स्थान पर रहने का मौका प्रदान करता है।

उपसंहार 

रक्षाबंधन जैसे त्योहार के माध्यम से हम ब्रदर और सिस्टर के बंधन को मजबूती देने के साथ ही साथ फैमिली के बंधनों की महत्वपूर्णता को भी समझ सकते हैं। रक्षाबंधन अर्थात राखी के त्योहार से हमें इस बात की शिक्षा मिलती है कि परिवार के जो मेंबर है, उनके साथ अच्छा समय बिताना कितना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है और यह सीख भी हमें मिलती है कि, हमें हर त्यौहार परिवार के लोगों के साथ मिलकर मनाना चाहिए।

रक्षाबंधन पर 10 लाइन (10 line On Rakhi)

  • रक्षाबंधन हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों का त्यौहार है।
  • रक्षाबंधन को राखी का त्यौहार भी कहते हैं।
  • यह भाई और बहन को समर्पित त्यौहार है।
  • हर साल सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को यह त्यौहार मनाते हैं।
  • रक्षाबंधन पर बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है।
  • भाई अपनी बहन को आजीवन रक्षा करने का वचन इस मौके पर देते हैं।
  • इस मौके पर स्वादिष्ट व्यंजन घरों में लोग बनाते हैं। 
  • त्योहार के कुछ दिनों पहले ही मार्केट में रंग बिरंगी राखियां बिकने के लिए आ जाती हैं।
  • देश में रक्षाबंधन पर हर साल करोड़ों रुपए का कारोबार होता है।
  • अन्य मजहब के लोग भी इस त्यौहार को मनाते हैं।

Conclusion:Essay On Rakhi in Hindi

Essay On Rakhi से इस आर्टिकल में आप अवगत हुए। पोस्ट में यदि आपको कुछ भी समझ में ना आया हो, तो आप बेझिझक अपने क्वेश्चन पूछ सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स का यूज करें। कमेंट बॉक्स के सभी क्वेश्चन का हम आंसर देने का प्रयास करेंगे। हमारी वेबसाइट Yojanadarpan.in पर और भी ऐसे कंटेंट उपलब्ध हैं जो आपको पसंद आ सकते हैं, तो उन्हें पढ़ना बिल्कुल भी ना भूले। धन्यवाद!

FAQ:

Q: क्या राखी का त्योहार हर साल आता है?

ANS: राखी का त्योहार हर साल आता है।

Q: राखी के त्यौहार का अन्य नाम क्या है?

ANS: राखी के त्यौहार का अन्य नाम रक्षाबंधन है।

Q: 2024 में रक्षाबंधन कब है?

ANS: रक्षाबंधन 2024 में 19 अगस्त को है।

Q: रक्षाबंधन का त्यौहार कौन से धर्म का त्यौहार है?

ANS: रक्षाबंधन हिंदू धर्म का त्यौहार है।

Q: क्या अन्य मजहब के लोग भी रक्षाबंधन मनाते हैं?

ANS: जी हां! मनाते हैं।

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