Bhukhand/Gata Unique Code : उत्तरप्रदेश में जमीन की धोखाघड़ी के रोकने के लिए योगी सरकार द्वारा आए दिन नए कदम उठाएं जाते हैं। इसी तर्ज पर योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में भूखणड/गाटे का यूनिक कोड आवंटित किया है,जिसे लैंड फ्रॉड या ठगी को रोका जा सकें। इस प्रक्रिया के जरिए राजस्व विभाग द्वारा कृषि, आवासीय और व्यवसायिक जमीनों को एक यूनिक कोड दिया गया है।इस यूनिक कोड के जरिए विवादों में चल रहे भूखंडो को फर्जी बेनामों से बचाया जाएगा।जमीन गाटे का नंबर 16 डिजिट का होता है। शुरुआत के 6 नंबर गांव के जनगणना के आधार पर होते है। वही्ं सात से लेकर 10 तक भूखंड के गाटा संख्या के आधार पर होते है और वहीं बाकि के 11 से लेकर 14 तक नंबर जमीन के विभाजन के आधार पर होते हैं।आज इस लेख में हम आपको ऑनलाइन माध्यम से अपनी जमीन के भूखंड/गाटे का यूनिक कोड निकालने कि पूरी प्रक्रिया विस्तार पूर्वक बताएंगे। अगर आप गाटा संख्या क्यो होती है, गांटा कैसे निकाल सकते है इसके बारे में जानकारी पाना चाहते है तो हमारे इस लेख को पूरा जरुर पढ़े।
क्या होती है गाटा संख्या (What Is Gata Number)
गाटा संख्या जिसे हम खसरा संख्या भी कह सकते है, यह एक ऐसा नंबर है जिसे सभी गांवों के अंतर्गत आने वाली जमीन को दिया जाता है।गाटा संख्या गांव के हर जमीन के टुकडे की पहचान बताने के लिए यूज में लिया जाता है। आसान भाषा में हम ये कह सकते है कि कोई भी गांव के पूरे क्षेत्रफल को छोटे छोटे टुकड़ो में विभाजित किया जाता है उसे हम गाटा संख्या की मदद से ही पहचान सकते हैं। गौरतलब है कि इस शब्द का इस्तमाल ना सिर्फ कृषि के क्षेत्र में बल्कि ग्राम सभी सी सभी अन्य जमीनों के लिए भी किया जाता हैं।
भूखंड/गाटे का यूनिक कोड जानने की प्रक्रिया (Process to Get Bhukhand/Gata Code)
उल्लेखनिय है कि उत्तर प्रदेश में जमीनी धोखाधड़ी को रोकने के लिए प्रदेश कि हर एक जमीन या भूखंड को एक यूनिक कोड दिया गया है। इस कोड के जरिए उस जमीन की डिजिटल पहचान की जा सकती हैं। अब सवाल उठता है कि जिन लोगों को अपने भूखंड/गाटा का यूनिक कोड नहीं पता वह इसको कैसे पता करें? तो इस पॉइन्ट के जरिए हम आपको सरल भाषा में घर बैठे भूखंड/गाटे का यूनिक कोड जानने की प्रक्रिया के बारे में बता रहे हैं, जो कि निम्नानुसार है-
- आपको सबसे पहले तो भूलेख की ऑफिशियल वेबसाइट – https://upbhulekh.gov.in/ पर विजिट करना होगा।
- अब आपकी स्क्रीन पर होमपेज खुलेगा, जिसमें आपको बहुत सारे विकल्प दिखेंगे,जिसमें से आपको “भूखण्ड/गाटे का यूनिक कोड जाने” विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- किल्क करने के बाग आपकी स्क्रीन पर एक नया ओपन हो जाएगा, अब इस पेज में आपको अपने जिले, तहसील और ग्राम के नाम को चुनकर आगे बढ़ना होगा।
- इसके बाद आपको आपको अपने भूखंड का खसरा या गाटा संख्या को दर्ज करना होगा।
- भूखंड का खसरा या गाटा संख्या दर्ज करने के लिए आप वर्चुअल कीबोर्ड का ही उपयोग करें।
- जैसे ही आप इस भूखंड का खसरा या गाटा संख्या दर्ज करेंगे, वैसे ही आपकी स्क्रीन पर उस भूमि के मालिक के नाम आ जाएगा, उसी के साथ उस भूखण्ड का यूनिक कोड भी आपको मिल जाएगा।इस तरह से कोई भी नागरिक उत्तर प्रदेश में भूखंड/गाटे का यूनिक कोड जान सकता है।
गाटा संख्या से कौन सी जानकारी मिलती है ?
- एक भूखंड के मालिको का हिस्सा
- भूखण्ड में मालिको की स्थिति
- भूखण्ड का कुल क्षेत्रफल
- भूखण्ड पर किसी तरह का लोन
- भूखण्ड की कुल लगान दर
गाटा संख्या के लाभ (Benefits of Gata Number)
- एक गांव में जो गाटा संख्या है उसमे कितने खातेदार है
- गांव का क्षेत्रफल कितना है
- किसान ने क्रेडिट के माध्यम से कोई लोन तो नही लिया इसकी जानकारी मिलती है
- गाटा संख्या के जरिए हम जमीन की ठीक-ठीक स्थिति जान सकते बै। जैसे कि कहीं ज़मीन किसी तालाब के पास तो नहीं? कही ज़मीन बंजर तो नहीं है? हम ये कह सकते है कि गाटा सख्या, एक प्रमुख भू-राजस्व अभिलेख है, जो एक ग्राम-सभा का पूरा स्टेटस सामने लाने के लिए यूज में लिया जाता है।
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Conclusion:
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