Swami Vivekananda Jayanti 2024 | जानें कब मनाई जाएगी भारत के गौरव स्वामी विवेकानंद की जयंती?

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स्वामी विवेकानंद जयंती | Swami Vivekananda Jayanti :-पूरे भारतवर्ष में स्वामी विवेकानंद जयंती के दिन राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। क्योंकि स्वामी विवेकानंद ने काफी कम उम्र में ही अध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए देश के कई युवाओं को सही रास्ता दिखाया था। इन्होंने अपने संपूर्ण जीवन काल में केवल देशभक्ति की भावना को ही जागृत नहीं किया था, बल्कि जनसेवा की भावना को भी अपना सिद्धांत बना लिया था। स्वामी विवेकानंद जी एक ऐसे महान व्यक्ति थे जिन्होंने अपनी सांसारिक मोह माया को त्याग कर केवल 25 वर्ष में संयास ले लिया था। जैसे कि आप लोगों को पता है कि जनवरी के महीना  में 12 तारीख को स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाएगी।

ऐसे में हम में से कई लोगों के मन में प्रश्न होगा कि स्वामी विवेकानन्द जयंती हिंदी में,स्वामी विवेकानंद कौन थे,स्वामी विवेकानन्द जयंती कब मनाई जाती है, युवा दिवस कब मनाया जाता है, स्वामी विवेकानंद जयंती कैसे मनाई जाती है, स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, स्वामी विवेकानन्द जयंती कोट्स हिंदी में,स्वामी विवेकानंद जयंती फोटो, स्वामी विवेकानन्द जयंती की शुभकामनाएँ। तो आईए हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से स्वामी विवेकानंद जयंती संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान कर रहे हैं इसलिए आप लोग इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

स्वामी विवेकानन्द जयंती हिंदी में | Swami Vivekananda Jayanti in Hindi

स्वामी विवेकानन्द 18वीं सदी के आध्यात्मिक नेता, दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उनका जन्म 12 जनवरी, 1863 को कोलकाता में एक कुलीन बंगाली परिवार में हुआ था। इस वर्ष 2024 में उनकी 161 वीं जयंती है। वह एक प्रखर विचारक, महान वक्ता और एक भावुक देशभक्त थे। उनकी शिक्षाओं ने बहुत से युवा भारतीयों को प्रेरित किया और 19वीं शताब्दी में आध्यात्मिक जागृति लाई, और इसलिए, उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। वह भारत के अग्रणी विचारकों में से एक थे जिन्होंने रहस्यवादी और योगी रामकृष्ण परमहंस की सलाह के तहत प्राचीन हिंदू ग्रंथों के माध्यम से भारतीय दर्शन को फिर से खोजा और इसे भारतीय विचार की मुख्यधारा में लाया।

स्वामी विवेकानंद जयंती 2024- Overview 

आर्टिकल का नामस्वामी विवेकानंद जयंती 2024
आर्टिकल का प्रकारजयंती
साल2024
2024 स्वामी विवेकानंद जयंती कौन सी है39वी
स्वामी विवेकानंद जयंती कब मनाया जाता है12 जनवरी को
स्वामी विवेकानंद सन्यासी कब बने थे25 साल के उम्र में
स्वामी विवेकानंद जयंती की शुरुआत कब हुई थी1985
स्वामी विवेकानंद जयंती कहां मनाई जाती हैसंपूर्ण भारत देश

स्वामी विवेकानन्द जयंती कब है? Swami Vivekananda Jayanti 2024

Swami Vivekananda Jayanti Kab Hai: स्वामी विवेकानन्द का जन्मदिन हर साल 12 जनवरी को भारत में, विशेषकर पश्चिम बंगाल राज्य में मनाया जाता है। वर्ष 1984 में भारत सरकार की घोषणा के बाद इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।स्वामी विवेकानन्द ने अपनी शिक्षाओं से दुनिया भर के लाखों युवाओं को प्रेरित किया। उनकी प्रमुखता वर्ष 1893 में शिकागो के एक सम्मेलन में महसूस की गई जहाँ वे एक प्रतिभागी और वक्ता थे। भारत की आध्यात्मिकता-संचालित संस्कृति और मजबूत इतिहास पर उनके प्रसिद्ध भाषण की अमेरिकियों, विशेषकर बौद्धिक वर्ग से प्रशंसा हुई।

स्वामी विवेकानंद कौन थे (Who is Swami Vivekananda)

कलकत्ता के एक कुलीन बंगाली कायस्थ परिवार में जन्मे, विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 को नरेंद्रनाथ दत्त के रूप में हुआ था। उनका शुरू से ही आध्यात्मिकता की ओर झुकाव था और बाद में वे एक भारतीय हिंदू भिक्षु बन गए। वह 19वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी रामकृष्ण के प्रमुख शिष्य थे। वे पश्चिमी दुनिया में वेदांत और योग के भारतीय दर्शन को पेश करने में एक प्रमुख व्यक्ति थे और उन्हें अंतरधार्मिक जागरूकता बढ़ाने, 19वीं शताब्दी के अंत में हिंदू धर्म को एक प्रमुख विश्व धर्म की स्थिति में लाने का श्रेय दिया जाता है।वह भारत में हिंदू धर्म के पुनरुद्धार में एक प्रमुख शक्ति थे, और औपनिवेशिक भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ने के लिए एक उपकरण के रूप में भारतीय राष्ट्रवाद की अवधारणा में योगदान दिया। विवेकानन्द ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। उन्हें शायद उनके भाषण के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है, जो “अमेरिका की बहनों और भाइयों …” शब्दों से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में हिंदू धर्म का परिचय दिया था।

स्वामी विवेकानन्द जयंती कब मनाई जाती है (Swami Vivekananda Jayanti Kab Manae Jati Hai)

स्वामी विवेकानंद जयंती हमारे देश में 12 जनवरी को नेशनल यूथ डे के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि हमारे देश के संपूर्ण युवाओं के लिए यह एक प्रेरणा का स्रोत माने जाते हैं। इसलिए उनके जन्मदिन दिवस को युवाओं के लिए समर्पित कर दिया गया था। इस जयंती को हमारे देश के संपूर्ण स्कूलों एवं कॉलेज में मनाया जाता है।इस दिन जुलूस, भाषण, पाठ, संगीत, युवा सम्मेलन, सेमिनार, खेल प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

युवा दिवस कब मनाया जाता है (Yuva Diwas Kab Manaya Jata Hai)

हमारे देश के भविष्य कहे जाने वाले युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को नेशनल यूथ डे के रूप में मनाने की शुरुआत 1984 में हुई थी। क्योंकि देश के युवाओं उनके विचारों से काफी प्रभावित थे। वर्तमान समय में भी उनके आदर्श एवं अनमोल विचार युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इसलिए प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार सामाजिक संगठन रामकृष्ण मिशन के अनुयाई के द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंती को युवा दिवस के रूप में काफी सम्मान के साथ मनाया जाता है।

स्वामी विवेकानंद जयंती कैसे मनाई जाती है | Swami Vivekananda Jayanti Kaise Manae Jaati Hai

स्वामी विवेकानंद जयंती के दिन भारत वर्ष के हर एक स्कूलों एवं कॉलेज में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद के द्वारा दिए गए भाषण एवं अनमोल विचारों को प्रस्तुत किया जाता है एवं लोग एक साथ समूह बनाकर रैली निकालते हैं।साथ ही साथ इस दिवस के कार्यक्रम को कई सरकारी विभागों में भी आयोजन किया जाता है सरकारी दफ्तर के लोग इनके फोटो पर माला अर्पण करते हैं। जयंती के कार्यक्रमों में इनके अनमोल वचन एवं भाषण को सुनकर जीवन में नई चेतना का उदय होता है।

स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय | Swami Vivekananda Biography

12 जनवरी 1863 को नरेंद्रनाथ दत्त के रूप में जन्मे स्वामी विवेकानन्द को भारत के प्रमुख संतों में से एक माना जाता है।

19वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य, उन्होंने वेदांत और योग के भारतीय दर्शन को पश्चिमी दुनिया में फिर से प्रस्तुत किया।

प्रारंभिक जीवन (Swami Vivekananda Early Life)

नरेन (उन्हें इसी नाम से जाना जाता था) का जन्म ब्रिटिश राजधानी कलकत्ता में 3 गौरमोहन मुखर्जी स्ट्रीट स्थित उनके पैतृक घर में हुआ था।

विश्वनाथ दत्ता, जो कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक वकील थे और एक समर्पित गृहिणी भुवनेश्वरी देवी के पुत्र थे, नरेन का पालन-पोषण उनके पिता की उदार सोच और उनकी माँ के आध्यात्मिक और धार्मिक स्वभाव से प्रभावित था।

शिक्षा (Swami Vivekananda Education)

स्वामी विवेकानन्द बचपन से ही बुद्धिमान थे। वह प्रेसीडेंसी कॉलेज प्रवेश परीक्षा में प्रथम श्रेणी अंक प्राप्त करने वाले एकमात्र छात्र थे। धर्म, इतिहास, सामाजिक विज्ञान, कला और साहित्य सहित विभिन्न विषयों के शौकीन पाठक, पुराणों, वेदों और उपनिषदों में भी उनकी गहरी रुचि थी।

रामकृष्ण परमहंस ने उन्हें एक भक्ति गीत गाते हुए सुना। उसने युवक से काली मंदिर में मिलने को कहा। नरेन को भगवान के साक्षात् दर्शन की बहुत इच्छा थी। उन्होंने कई धार्मिक संतों से अपनी इच्छा के बारे में पूछा, लेकिन कोई भी उन्हें संतुष्ट नहीं कर सका।

स्वामी विवेकानन्द परिवार (Swami Vivekananda Family)

स्वामी विवेकानन्द का जन्म भारत के कोलकाता में एक पारंपरिक बंगाली परिवार में हुआ था।उनके पिता, विश्वनाथ दत्त, एक सफल वकील थे।और उनकी माँ का नाम भुवनेश्वरी देवी जो एक पवित्र गृहिणी थीं। स्वामी विवेकानन्द के कई भाई-बहन थे, जिनमें दो छोटे भाई और एक छोटी बहन शामिल थी। स्वामी विवेकानन्द के माता-पिता दोनों कट्टर हिंदू वादी इंसान  थे। और उनकी माँ ने उनकी आध्यात्मिक मान्यताओं को आकार देने में विशेष रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

रामकृष्ण परमहंस से मुलाकात

श्री रामकृष्ण एक आध्यात्मिक नेता और हिंदू धर्म के सच्चे भक्त थे। ऐसा माना जाता है कि वह एक ऋषि थे जो दुनिया की वास्तविक वास्तविकता को देख सकते थे। स्वामी विवेकानन्द अपने कॉलेज के दिनों में उनके प्रभाव में आये जब वे मानसिक और आध्यात्मिक रूप से व्याकुल महसूस करने लगे। उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि उनके नए गुरु ईश्वर को उसी तरह महसूस कर सकते थे जैसे वह कर सकते थे। जब वह श्री रामकृष्ण के पहले शिष्यों में से एक बने, तब वह अपने वास्तविक स्वरूप को साकार करने और ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम हुए। रामकृष्ण ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला। अपने गुरु की शिक्षाओं को फैलाने में सक्षम होने के लिए, विवेकानन्द ने 1898 में रामकृष्ण मिशन खोला।

यात्रा और दर्शन (Travel and Philosophy)

उन्होंने हिंदू दर्शन को लेकर पश्चिम की यात्रा की और पश्चिम को भारतीय विरासत, संस्कृति और दर्शन से परिचित कराया। उनके कई व्याख्यानों में से, शिकागो में विश्व धर्म संसद में दिया गया व्याख्यान सबसे अधिक पूजनीय है। यहां उन्होंने भारत और हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुए एक संक्षिप्त भाषण दिया।

अपने परिचयात्मक भाषण, “अमेरिका की बहनों और भाइयों” के साथ, स्वामी विवेकानन्द ने सात हजार की भीड़ से 2 मिनट के लिए खड़े होकर तालियां बटोरीं।

मृत्यु (Death)

स्वामी विवेकानन्द ने 4 जुलाई, 1902 को महासमाधि प्राप्त की। इस दिन, वह जल्दी उठे, बेलूर मठ गए और वहाँ तीन घंटे तक ध्यान किया। कक्षाएं लेने और रामकृष्ण मठ में एक योजनाबद्ध वैदिक कॉलेज पर चर्चा करने के बाद, वह शाम 7 बजे अपने कमरे में गए और कहा कि परेशान न हों।

स्वामी विवेकानन्द जयंती कोट्स हिंदी में | Swami Vivekananda Jayanti Quotes in Hindi)

हमारे देश में प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाती है इस जयंती को नेशनल यूथ डे के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि स्वामी विवेकानंद जी का संबंध युवाओं के साथ काफी गहरा था। इसलिए उनके जन्मदिन दिवस को युवाओं के लिए समर्पित कर दिया गया था। स्वामी विवेकानंद जी के अनमोल विचारों के कारण वर्तमान समय में भी देश के करोड़ों की संख्या में युवाएं इनको अपना आदर्श मानते हैं। इनके कई ऐसे अनमोल विचार है जिसको आप लोग अपने जीवन में मूल मंत्र के रूप में उपयोग करके सफलता प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में हमेशा कई लोग अपने दोस्तों एवं परिवार के सदस्य को स्वामी विवेकानंद जयंती का शुभकामनाएं इनके अनमोल विचारों के द्वारा देते हैं। यदि आप लोग भी स्वामी विवेकानंद जयंती की उपलक्ष में अपने रिश्तेदारों एवं दोस्तों को शुभकामना देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए स्वामी विवेकानन्द जयंती कोट्स के कलेक्शन में से भेज सकते हैं:-

एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।

जब तक जीना, तब तक सीखना” – अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं।

जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं हैं।

जैसा तुम सोचते हो, वैसे ही बन जाओगे। खुद को निर्बल मानोगे तो निर्बल और सबल मानोगे तो सबल ही बन जाओगे।

किसी की निंदा ना करें। अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।

हम जो बोते हैं वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं।

यदि परिस्थितियों पर आपकी मजबूत पकड़ है तो जहर उगलने वाला भी आपका कुछ नही बिगाड़ सकता

हर काम को तीन अवस्थाओं से गुज़रना होता है – उपहास, विरोध और स्वीकृति।

वह नास्तिक है, जो अपने आप में विश्वास नहीं रखता।

जितना हम दूसरों के साथ अच्छा करते हैं उतना ही हमारा हृदय पवित्र हो जाता है और भगवान उसमें बसता है।

स्वामी विवेकानंद जयंती फोटो (Swami Vivekananda Jayanti Images)

स्वामी विवेकानंद जयंती को देश में प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को आयोजित किया जाता है। इस जयंती के उपलक्ष में लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। यह शुभकामनाएं लोग एक दूसरे को मैसेज के जरिए, अनमोल विचारों के जरिए एवं स्वामी विवेकानंद जयंती फोटो के जरिए देते हैं। यदि आप लोग भी स्वामी विवेकानंद जयंती की फोटो को प्राप्त करना चाहते हैं तो हम आपको इस आर्टिकल में स्वामी विवेकानंद जयंती के फोटो उपलब्ध कर रहे हैं जिस पर आप लोग क्लिक करके स्वामी विवेकानंद जयंती के फोटो को प्राप्त कर सकेंगे।

स्वामी विवेकानन्द जयंती की शुभकामनाएँ (Swami Vivekananda Jayanti Wishes)

आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद जयंती प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत थे। इसलिए स्वामी विवेकानंद जयंती को संपूर्ण भारत में युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद जी का ऐसे कई अनमोल विचार है जिसके द्वारा जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में हम में से कई लोग स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में लोग एक दूसरे को इनके अनमोल विचारों के द्वारा शुभकामनाएं देते हैं यदि आप लोग भी स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में अपने दोस्तों एवं सगे संबंधी को शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए (Swami Vivekanand Jayanti Wishes) को भेज सकते हैं:-

एक नायक की तरह जिएं. हमेशा कहें मुझे कोई डर नहीं, सबको यही कहें कोई डर नहीं रखो’… स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर आपको एवं समस्त परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं.

स्वामी विवेकानंद जयंती की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.’… बेहतर जिंदगी जीने के लिए विवेकानंद जी के विचारों से प्रेरणा लें.

‘उठो, जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते.’ … हैप्पी विवेकानंद जयंती.

विश यू हैप्पी स्वामी विवेकानंद जयंती, ये दिन हमें याद दिलाता है कि हम कितने खुशकिस्मत हैं कि हमने स्वामी विवेकानंद जी की धरती पर जन्म लिया

स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर हम सभी संकल्प लें कि सभी एक साथ कदमताल करते हुए विवेकानंद जी के बताए कर्म पथ पर चलेंगे.’ सभी को इस खास दिन की शुभकामनाएं.

अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो खुद पर विश्वास रखा है और धर्म का पालन करते जाना है। स्वामी विवेकानंद जयंती की बधाईयां।

जीवन में जोखिम उठाने से कभी न हिचकिचाएं… आप या तो जीतेंगे या हारेंगे लेकिन हारेंगे तो सीखेंगे… स्वामी विवेकानंद जयंती की आपको शुभकामनाएं।

आपको स्वामी विवेकानंद जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। बेहतर जीवन जीने के लिए आइए हम अपने देश के सबसे बड़े विद्वान से प्रेरणा लें।

आप ईश्वर में तब तक विश्वास नहीं कर सकते जब तक आप स्वयं पर विश्वास नहीं करते। आपको स्वामी विवेकानंद जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर, आइए हम स्वामीजी को याद करें और उद्देश्यपूर्ण और सफल जीवन के लिए उनकी शिक्षाओं का पालन करें।

Conclusion:

उम्मीद करता हूं कि हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल स्वामी विवेकानंद जयंती 2024 संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान की गई है जो आप लोगों को काफी पसंद आया होगा ऐसे में आप हमारे आर्टिकल संबंधित कोई प्रश्न एवं सुझाव है तो आप लोग हमारे कमेंट बॉक्स में आकर अपने पर्सनल पूछ सकते हैं हम आपके पास नो का जवाब जरूर देंगे।

FAQ’s: Swami Vivekananda Jayanti 2024

Q.रामकृष्ण मिशन की स्थापना किसने किया था?

Ans.रामकृष्ण मिशन की स्थापना स्वामी विवेकानंद जी ने किए थे।

Q.रामकृष्ण मिशन की स्थापना कब हुआ था?

Ans.रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1897 में हुआ था।

Q.स्वामी विवेकानन्द किस लिए जाने जाते हैं?

Ans.स्वामी विवेकानन्द को 1893 के विश्व धर्म संसद में अपने अभूतपूर्व भाषण के लिए जाना जाता है, जिसमें उन्होंने अमेरिका में हिंदू धर्म का परिचय दिया और धार्मिक सहिष्णुता का आह्वान किया।

Q.स्वामी विवेकानंद जी का मृत्यु कितने वर्ष के आयु में हुआ था?

Ans.स्वामी विवेकानंद जी का मृत्यु 39 वर्ष के आयु में हुआ था।

Q.स्वामी विवेकानंद का नारा क्या है?

Ans.स्वामी विवेकानंद जी का नारा है ‘उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये’।

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