Gandhi Jayanti Speech in Hindi | गांधी जयंती भाषण हिंदी में 2024: Short Speech On Gandhi Jayanti, Long Speech on Gandhi Jayanti

Join Telegram Channel Join Now

गांधी जयंती भाषण हिंदी में 2024 (Gandhi Jayanti Speech in Hindi): हर साल 2 अक्टूबर को पूरे देश में उत्साह और उमंग के साथ गांधी जयंती मनाई जाती है। इस दिन हम भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती का उत्सव मनाते हैं, जिन्होंने भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। महात्मा गांधी का जीवन अहिंसा और सत्य के आदर्शों पर आधारित था। उन्होंने इन्हीं सिद्धांतों का पालन करते हुए बिना हथियार उठाए ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संघर्ष किया और अंततः देश को आजाद करवाया। 

गांधी जी ने न केवल देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया, बल्कि समाज में समानता और एकता का संदेश भी फैलाया। गांधी जयंती के मौके पर देशभर के स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षिक संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इनमें भाषण प्रतियोगिताएं, निबंध लेखन और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल होती हैं। इस विशेष अवसर के लिए हम आपके लिए सरल और प्रभावी भाषण प्रस्तुत कर रहे हैं, जो बच्चों के लिए याद करने में बेहद आसान है। यह भाषण न केवल महात्मा गांधी के आदर्शों को रेखांकित करता है, बल्कि आज की पीढ़ी को उनके योगदान की महत्ता भी बताता है। बच्चे इस भाषण को आसानी से याद कर किसी भी मंच पर गर्व से प्रस्तुत कर सकते हैं और गांधी जी के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।

यह भी पढ़े:- महात्मा गांधी के 10 अनमोल विचार

‌Overview Of Gandhi Jayanti Speech in Hindi

आर्टिकल का नामगांधी जयंती स्पीच इन हिंदी
उद्देश्यगांधी जयंती पर स्पीच प्रदान करना
संबंधित दिनगांधी जयंती
संबंधित तारीख2 अक्टूबर
भाषाहिंदी

गांधी जयंती पर संक्षिप्त भाषण (Gandhi Jayanti Short Speech in Hindi) 

सभी उपस्थित जनों को मेरा नमस्कार। 

हम सभी यहां इस सभागार में 2 अक्टूबर के विशेष अवसर पर भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इकट्ठा हुए हैं। गांधी जी, जिन्हें हम प्यार से ‘बापू’ के नाम से जानते हैं, का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है। उनका जन्म इसी दिन, 2 अक्टूबर को हुआ था। आज हम 2024 में महात्मा गांधी जी की 155वीं जयंती का उत्सव मना रहे हैं।

महात्मा गांधी जी ने हमारे देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने अहिंसा के सिद्धांत को अपनाते हुए इतिहास की दिशा ही बदल दी। उनके नेतृत्व में कई अहिंसात्मक आंदोलनों के माध्यम से, अन्य क्रांतिकारियों के साथ मिलकर, उन्होंने भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाया। 

लेकिन आज का दिन सिर्फ उत्सव मनाने का नहीं है; यह विचार करने का भी दिन है। 2 अक्टूबर हमें महात्मा गांधी जी के सिद्धांतों की याद दिलाता है। गांधी जी ने सच और अहिंसा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाई। इस गांधी जयंती के अवसर पर, आइए हम सभी संकल्प लें कि हम उनके मूल्यों को बनाए रखेंगे। चलिए हम एक ऐसी दुनिया के लिए काम करने का वचन देते हैं, जहां न्याय और समानता का वास हो, और हिंसा का कोई स्थान न हो। 

महात्मा गांधी जी ने हमें यह सिखाया है कि सच्चाई और अहिंसा ही सबसे बड़ी शक्तियां हैं। आज हम सब मिलकर उनके आदर्शों को जीने की कोशिश करें और उनके सपनों के भारत की दिशा में कदम बढ़ाएं। 

धन्यवाद!

सभी को गांधी जयंती की शुभकामनाएँ!

यह भी पढ़े:- गांधी जयंती कोट्स 2024

गांधी जयंती पर लंबा भाषण (Long Speech On Gandhi Jayanti) 

आदरणीय टीचर्स और मेरे साथियों…

सुप्रभात सभी को,

आज 2 अक्टूबर है। यह दिन हमारे भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जन्म जयंती का दिन है। गांधी जी की जयंती को मनाने के लिए हम सभी यहां अपना कीमती समय देकर एकत्र हुए हैं। यह हमारे लिए गर्व का अवसर है, क्योंकि महात्मा गांधी जी का जन्म 1869 में, ठीक आज के दिन, गुजरात के पोरबंदर शहर में हुआ था। शायद किसी ने सोचा नहीं होगा कि यह साधारण सा व्यक्ति एक दिन न केवल अपने देश में, बल्कि पूरी दुनिया में अपने कार्यों की बदौलत छा जाएगा। और आज हम उन्हें अपनी राष्ट्रीय मुद्रा पर देखकर गर्व महसूस करते हैं।

गांधी जयंती पर हम गांधी जी के जन्मदिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं। इस दिन हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके अमूल्य विचारों को साझा करते हैं। महात्मा गांधी जी ने हमेशा लोगों को सच्चाई और अहिंसा के रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने इस मार्ग पर चलते हुए अंग्रेजी हुकूमत का जमकर विरोध किया, और इस संघर्ष में कई क्रांतिकारियों ने उनका साथ दिया। उनकी मेहनत और संघर्ष का फल यह रहा कि अंततः अंग्रेजी हुकूमत को भारत के वीर क्रांतिकारियों के सामने घुटने टेकने पड़े और उन्हें इस देश को छोड़कर जाना पड़ा।

महात्मा गांधी जी के विचारों का सम्मान सिर्फ हमारे देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में किया जाता है। यही वजह है कि हर साल 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि गांधी जी ने अपने जीवन में अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों को अपनाकर कैसे पूरे समाज को जागरूक किया। 

गांधी जी के अंदर नेतृत्व करने की अद्भुत क्षमता थी। उन्होंने देश को आजाद करवाने के लिए कई प्रभावशाली आंदोलनों का नेतृत्व किया। उनका प्रभाव इतना था कि लोग उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने लगे, जिससे अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिल गई। लेकिन गांधी जी की लड़ाई केवल आजादी की थी; वे समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ भी खड़े हुए। उन्होंने छुआछूत और शराब के खिलाफ सख्त विरोध किया, और इस तरह समाज में सुधार लाने का प्रयास किया।

गांधी जी का मानना था कि समाज के हर वर्ग के व्यक्ति को भागीदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने हमेशा समानता, न्याय और एकता की बात की। आज हम सभी को गांधी जी के विचारों को अपनी जिंदगी में उतारने का संकल्प लेना चाहिए। हमें उनके आदर्शों पर चलने का प्रयास करना चाहिए और एक ऐसे समाज की स्थापना करनी चाहिए, जहां हर व्यक्ति को उसका हक मिल सके।

महात्मा गांधी जी के आदर्श हमें यह सिखाते हैं कि जब हम सच्चाई और अहिंसा के मार्ग पर चलते हैं, तो हम किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं। हमें इस दिन यह संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में लागू करेंगे और एक बेहतर भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे।

अंत में, मैं यही कहना चाहूंगा: जय हिंद, जय भारत!

गांधी जयंती पर 20 लाइन (20 lines on Gandhi Jayanti) 

  • गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। 
  • गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 में हुआ था।
  • गांधी जी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।
  • गांधी जी को महात्मा गांधी जी के नाम से भी जाना जाता है।
  • भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ही है। 
  • भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के गांधी जी एक प्रमुख राजनीतिक और आध्यात्मिक लीडर थे।
  • गांधी जी अहिंसा में विश्वास रखते थे।
  • गांधी जी की माता का नाम पुतलीबाई और उनके पिता का नाम करमचंद था। 
  • राजवैद्य जीव राम कालिदास के द्वारा पहली बार 1915 में गांधी जी को महात्मा नाम से संबोधित किया गया था। 
  • गांधी जी की पत्नी का नाम कस्तूरबा गांधी था। 
  • गांधी जी ने भारत के अलावा इंग्लैंड के लंदन से भी पढ़ाई की है। 
  • गांधी जी ने खिलाफत आंदोलन, नमक आंदोलन, सत्याग्रह आंदोलन जैसे प्रमुख आंदोलन किए। 
  • महात्मा गांधी जी ने हिंदू और मुसलमान समुदाय के बीच एकता बढ़ाने का प्रयास किया। 
  • गांधी जी सादगी में विश्वास करते थे, इसलिए यह अक्सर धोती ही पहनते थे। 
  • गांधी जी सनातन हिंदू धर्म को मानते थे। 
  • गांधी जी पर जैन मजहब का भी प्रभाव था। 
  • गांधी जी की शादी सिर्फ 13 साल की उम्र में ही कर दी गई। 
  • गांधी जी के चार पुत्रों के नाम हरिलाल, मनिलाल, रामदास और देवदास थे। 
  • महात्मा गांधी जी ने बैरिस्टर की उपाधि प्राप्त की। 
  • गांधी जी की मृत्यु 1948 में 30 जनवरी को हुई। 

Conclusion:

इस आर्टिकल में हमारे द्वारा आपको Gandhi Jayanti Speech in Hindi की जानकारी प्रदान की गई। अगर आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे लेख को शेयर जरूर करें और अगर आप और भी बेहतरीन आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट योजना दर्पण को विजिट करते रहें। यदि आर्टिकल के बारे में कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल करें। धन्यवाद। 

‌FAQ‘s

1. गांधी जयंती पर भाषण कैसे शुरू करें?
गांधी जयंती पर भाषण की शुरुआत करते समय आप एक प्रेरणादायक उद्धरण या महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण तथ्य देकर शुरू कर सकते हैं। उदाहरण:

“सत्य और अहिंसा के पुजारी, हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। आज, 2 अक्टूबर को हम उनके सिद्धांतों को याद करते हैं और उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।”

2. गांधी जयंती पर भाषण के लिए किन प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया जाना चाहिए?
आपके भाषण में निम्नलिखित बिंदु अवश्य शामिल होने चाहिए:

  • महात्मा गांधी का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा।
  • सत्य और अहिंसा के सिद्धांत।
  • स्वतंत्रता संग्राम में गांधी जी की भूमिका।
  • उनके द्वारा चलाए गए प्रमुख आंदोलनों, जैसे असहयोग आंदोलन, दांडी मार्च
  • गांधी जी के समाज सुधार कार्य, जैसे अस्पृश्यता और स्वदेशी आंदोलन।
  • उनके आदर्शों की आज के समाज में प्रासंगिकता।

3. भाषण को प्रभावशाली कैसे बनाया जाए?
गांधी जयंती पर भाषण को प्रभावशाली बनाने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  • सरल और स्पष्ट भाषा का प्रयोग करें।
  • महात्मा गांधी के उद्धरणों को भाषण में जोड़ें।
  • गांधी जी के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंगों को शामिल करें।
  • आधुनिक समाज के संदर्भ में गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता पर चर्चा करें।

उदाहरण:

“आज के समय में, जब दुनिया हिंसा और अशांति से जूझ रही है, महात्मा गांधी द्वारा प्रचारित अहिंसा का सिद्धांत पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गया है।”

4. कितने समय का भाषण उपयुक्त होता है?
गांधी जयंती पर भाषण की लंबाई आमतौर पर 3 से 5 मिनट तक होनी चाहिए। यह समय सीमित रखते हुए आप गांधी जी के जीवन और विचारों पर महत्वपूर्ण जानकारी दे सकते हैं, जिससे श्रोता अधिक ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।

5. भाषण को अंत में कैसे समाप्त किया जाए?
भाषण को सकारात्मक और प्रेरणादायक तरीके से समाप्त करें। गांधी जी के योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संदेश दें।
उदाहरण:

“महात्मा गांधी के दिखाए रास्ते पर चलकर ही हम एक बेहतर और शांतिपूर्ण समाज का निर्माण कर सकते हैं। आइए, इस गांधी जयंती पर हम सभी उनके विचारों को अपनाने और उनके सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लें। धन्यवाद!”

Leave a Comment