पिछम धरा सु म्हारा पीरजी पधारिया बाबा रामदेव जी की आरती | Baba Ramdev ji ki Aarti Lyrics PDF Download | Baba Ramdev Aarti – जय अजमल लाला आरती लिरिक्स

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बाबा रामदेव जी की आरती । Baba Ramdev ji ki Aarti : बाबा रामदेव जी एक अत्यंत प्रसिद्ध लोक देवता हैं, जिनकी पूजा राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा, गुजरात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी बड़े श्रद्धा भाव से की जाती है। उनकी महिमा अपार है और उनके प्रति भक्ति हिंदू धर्म के अलावा मुस्लिम समुदाय में भी गहरी है। मुस्लिम भक्त उन्हें रामसा पीर के नाम से पूजते हैं।हर साल उनके जन्मदिन पर राजस्थान के रामदेवरा में एक विशाल मेला आयोजित होता है,

जहां हिंदू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग एकत्र होकर बाबा रामदेव जी Baba Ramdev ji ki Aarti की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। बाबा रामदेव जी को शीघ्र मनोकामना पूरी करने वाला देवता माना जाता है, और कई भक्त उनकी कृपा से जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त करते हैं।यदि आप भी बाबा रामदेव जी के भक्त हैं और अपने घर में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं, तो रोज बाबा रामदेव जी की आरती का पाठ करें। यदि आप नहीं जानते कि बाबा रामदेव जी की आरती कौन सी है, तो इस लेख में हम आपके लिए उनकी आरती प्रस्तुत कर रहे हैं। बाबा की आरती से आपके घर में उनके आशीर्वाद से सुख-शांति और समृद्धि का वास होगा।

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Overview Of  Baba Ramdev ji ki Aarti  

आर्टिकल का नामबाबा रामदेव जी की आरती
उद्देश्यरामसा पीर की आरती प्रदान करना
संबंधित देवतालोक देवता बाबा रामदेव
देवता मेला स्थानरामदेवरा
भाषाहिंदी

रामदेव जी की आरती | Ramdev ji ki Aarti

जय अजमल लाला प्रभु, जय अजमल लाला ।।
भक्‍त काज कलयुग में लीनो अवतारा, जय अजमल लाल ।।
जय अजमल लाला प्रभु………….

अश्‍वनकी अवसारी शोभीत केशरीया जामा ।
शीस तुर्रा हद शोभीत हाथ लीया भाला ।।
जय अजमल लाला प्रभु………….

डुब्‍त जहाज तीराई भैरव दैत्‍य मारा ।
कृष्‍णकला भयभजन राम रूणेचा वाला ।।
जय अजमल लाला प्रभु………….

अंधन को प्रभु नेत्र देत है सु संपती माया ।
कानन कुंडल झील मील गल पुष्‍पनमाल ।।
जय अजमल लाला प्रभु………….

कोढी जय करूणा कर आवे होंय दुखीत काया ।शरणागत प्रभु तोरी भक्‍तन सुन दाया ।।
जय अजमल लाला प्रभु………….

आरती रामदेव जी की नर नारी गावे ।
कटे पाप जन्‍म-जन्‍म के मोंक्षां पद पावे ।।
जय अजमल लाला प्रभु………….

जय अजमल लाला प्रभु, जय अजमल लाला ।
भक्‍त काज कलयुग में लीनो अवतारा, जय अजमल लाल ।।
जय अजमल लाला प्रभु………….

बाबा रामदेव जी की आरती Lyrics | Ramdev ji ki Aarti

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ॐ जय श्री रामादे स्वामी जय श्री रामादे।
पिता तुम्हारे अजमल मैया मेनादे।।
ओउम जय श्री रामादे ………….

रूप मनोहर जिसका घोड़े असवारी।
कर में सोहे भाला मुक्तामणि धारी।।
ओउम जय श्री रामादे ………….

विष्णु रूप तुम स्वामी कलियुग अवतारी।
सुरनर मुनिजन ध्यावे जावे बलिहारी।।
ओउम जय श्री रामादे ………….

दुख दलजी का तुमने भर में टारा।
सरजीवन भाण को तुमने कर डारा।।
ओउम जय श्री रामादे ………….

नाव सेठ की तारी दानव को मारा।
पल में कीना तुमने सरवर को खारा।।
ओउम जय श्री रामादे ………….

बाबा रामदेव जी की आरती डाउनलोड । Baba Ramdev Aarti Download

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बाबा रामदेव जी की आरती PDF । Baba Ramdev Aart PDF

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.बाबा रामदेव जी आरती PDF Download

बाबा रामदेव जी की आरती Lyrics । Ramdev Baba Aarti Lyrics

जय श्री रामदेव अवतारी, कलयुग में धणी आप पधारे ।
सतयुग में बाबा विष्‍णु बन आए, मधु-कटैभ को मार गिराये
जय श्री रामदेव अवतारी ……………….

त्रेता में बाबा राम बन आए, रावण को मार गिराये
महाबीर की आप उबारो, पुरूषोत्‍तम कहलाये ।।
जय श्री रामदेव अवतारी ……………….

द्वापर में बाबा कृष्‍ण बन आए, कंस को मार गिराये
सुदामा को आप उबारो, वासुदेव कहलाये ।।
जय श्री रामदेव अवतारी ……………….

कलयुग में बाबा रामदेव बन आए, भैरों-राकस को मार गिराये
बोहिता बनिए को आप उबारो, रामपीर कहलाये ।।
जय श्री रामदेव अवतारी ……………….

माता मैनादे पिता अजमाल जी, बाबा संग में डाली आये
देबो साबो पुत्र थारे, नेतली कहलाये ।।
जय श्री रामदेव अवतारी ……………….

श्री रामपीर की आरती, जो कोई नर गाये
जन्‍म-जन्‍म के कष्‍ट मिटे, भव सागर तर जाये ।।
जय श्री रामदेव अवतारी ……………….

गरू नरसिंह पाण्‍डे शरणे – ”बाबा”, प्रकाश पाण्‍डे गाये
प्रेमनगर में मन्दिर तिहारा, गढ़ सिरसा कहलाये ।।
जय श्री रामदेव अवतारी, कलयुग में धणी आप पधारे ।

बाबा रामदेव जी की आरती पिछम धरासू पीरजी पधारिया | Picham Dhara Su mhara Pirji Padhariya Lyrics

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
घर अजमल अवतार लियो |
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
गंगा जमुना बहे सरस्वती।

रामदेव बाबो स्नान करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
घिरत मिठाई बाबा चढे थारे चूरमो
धूपारी महकार पङे

लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
ढोल नगाङा बाबा नोबत बाजे
झालर री झणकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती।

हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
दूर-दूर सूं आवे थारे जातरो
दरगा आगे बाबा नीवण करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।

हरी सरणे भाटी हरजी बोले।
नवों रे खण्डों मे निसान घुरे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।

Conclusion:Baba Ramdev ji ki Aarti

Baba Ramdev Aarti in Hindi:- के बारे में आपको इस आर्टिकल में इनफार्मेशन हमारे द्वारा प्रदान की गई। अगर अभी भी आपको कोई डाउट है तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में अपना सवाल पूछ ले, जिसका जवाब हम देने का प्रयास करेंगे। अन्य रोचक कंटेंट पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट योजना दर्पण को विजिट करते रहे। धन्यवाद!

FAQ:Baba Ramdev ji ki Aarti

Q.1 बाबा रामदेव जी कौन हैं?

बाबा रामदेव जी एक महान संत और लोक देवता हैं, जिन्हें भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है। उनका जन्म 15वीं शताब्दी में राजस्थान के पोकरण क्षेत्र में हुआ था। बाबा रामदेव जी को उनकी धार्मिकता, चमत्कारी शक्तियों, और समाज में समानता और भाईचारे के प्रचार के लिए जाना जाता है।

Q.2 बाबा रामदेव जी की आरती का क्या महत्व है?

बाबा रामदेव जी की आरती उनके भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आरती गाने से भक्त बाबा रामदेव जी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। आरती के माध्यम से भगवान की आराधना करने से जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और बाधाओं का निवारण होता है।

Q.3 बाबा रामदेव जी की आरती के लिए कौन-कौन सी सामग्रियों की आवश्यकता होती है?

बाबा रामदेव जी की आरती के लिए निम्नलिखित सामग्रियों की आवश्यकता होती है:

  • दीपक और घी या तेल
  • कपूर और अगरबत्ती
  • फूल, माला और अक्षत (चावल)
  • चंदन या कुमकुम
  • भोग के लिए मिठाई या प्रसाद

Q.4 बाबा रामदेव जी की आरती कैसे की जाती है?

बाबा रामदेव जी की आरती निम्नलिखित चरणों में की जाती है:

  1. पूजा स्थल की तैयारी: आरती से पहले पूजा स्थल को साफ करें और बाबा रामदेव जी की मूर्ति या चित्र को फूलों से सजाएं।
  2. दीप प्रज्वलन: घी या तेल का दीपक जलाएं और कपूर का धूप दिखाएं।
  3. आरती गान: आरती की थाल में दीपक लेकर बाबा रामदेव जी की आरती गाएं। आरती के दौरान घन्टी बजाएं और ध्यान पूर्वक बाबा रामदेव जी का ध्यान करें।
  4. प्रसाद वितरण: आरती समाप्त होने के बाद भगवान को भोग लगाएं और फिर प्रसाद को सभी भक्तों में बांटें।

Q.5 बाबा रामदेव जी की आरती का पाठ कैसे करें?

बाबा रामदेव जी की आरती को श्रद्धा और भक्ति के साथ गाएं। यहां बाबा रामदेव जी की आरती का एक उदाहरण है:

आरती श्री बाबा रामदेव जी की
आरती रे बाबा रामदेव जी की,
धूम मचे है जग में जय बाबा की।

जै जै जैलूं धणी बाबा रामदेव,
जै जै जैलूं धणी बाबा रामदेव।

जै जै जैलूं धणी बाबा रामदेव,
नव लाख धाम मीरां ध्वजा जले,
धूणी जमात सजे बाबा की रे।
धूम मचे है जग में जय बाबा की।। आरती रे बाबा…

Q.6 क्या बाबा रामदेव जी की आरती रोज़ की जा सकती है?

हाँ, बाबा रामदेव जी की आरती रोज़ की जा सकती है। यह भक्तों पर निर्भर करता है कि वे कितनी बार आरती करना चाहते हैं। हालांकि, गुरुवार को बाबा रामदेव जी की आरती विशेष रूप से शुभ मानी जाती है।

Q.7 बाबा रामदेव जी की आरती का कौन-सा समय सबसे अच्छा है?

बाबा रामदेव जी की आरती के लिए प्रातःकाल या सायंकाल का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस समय वातावरण शुद्ध और शांत होता है, जिससे भक्त आसानी से भगवान के ध्यान में लीन हो सकते हैं।

Q.8 बाबा रामदेव जी की आरती के क्या लाभ हैं?

बाबा रामदेव जी की आरती करने के कई लाभ हैं, जैसे:

  • बाबा रामदेव जी की कृपा प्राप्त होती है।
  • जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं।
  • मानसिक शांति और आत्मिक सुख मिलता है।
  • घर में सुख, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

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