गणेश चतुर्थी 2024 कब है (Ganesh Chaturthi 2024): गणेश चतुर्थी भारत का एक बहुत ही ज्यादा फेमस त्यौहार है, जिसकी धूम इंडिया में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में होती है। विदेश में भी गणेश चतुर्थी के मौके पर भगवान श्री गणेश जी की पूरे विधि विधान से पूजा होती है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता के नाम से भी जानते हैं। देवताओं के द्वारा भगवान गणेश को यह आशीर्वाद दिया गया है कि, किसी भी पूजा को शुरू करने से पहले सबसे पहले भगवान श्री गणेश जी की ही पूजा की जाएगी और उसके बाद ही अन्य देवी देवताओं की पूजा होगी।
यदि कोई व्यक्ति ऐसा नहीं करता है, तो उसकी पूजा किसी भी परिस्थिति में सफल नहीं होगी। इसलिए जब भी हिंदू समुदाय का कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की पूजा पाठ करवाता है, तो सबसे पहले भगवान गणेश जी का ही नाम लिया जाता है, ताकि बिना किसी परेशानी के पूजा संपन्न हो सके। गणेश चतुर्थी जल्द ही आने वाली है। ऐसे में हम आपको इस लेख के माध्यम से जानकारी देने वाले हैं कि साल 2024 में गणेश चतुर्थी कब है और गणेश चतुर्थी की पूजा विधि क्या है। इसके अलावा अन्य बातें भी आर्टिकल में आप जानेंगे।
Also Read: Baba Ramdev Jayanti Date 2024
Overview Of Ganesh Chaturthi 2024
आर्टिकल का नाम | गणेश चतुर्थी कब है |
उद्देश्य | गणेश चतुर्थी 2024 की जानकारी देना |
संबंधित देवता | भगवान श्री गणेश |
आयोजन तारीख | 7 सितंबर 2024 |
भाषा | हिंदी |
यहाँ पढ़े गणेश चतुर्थी के प्रमुख लेख:-
गणेश चतुर्थी | गणेश चतुर्थी quots | गणेश चतुर्थी शायरी | गणेश चतुर्थी फैक्ट | गणेश चतुर्थी उत्सव | गणेश चतुर्थी पूजन विधि |
गणेश चतुर्थी 2024 कब है? (When is Ganesh Chaturthi 2024)
हिंदू धर्म में धार्मिक त्योहारों की तारीख को हिंदू पंचांग के अनुसार देखा जाता है। ऐसे में हिंदू पंचांग पर नजर डाले तो भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी की तिथि की शुरुआत 6 सितंबर को दोपहर 3:31 से हो रही है और इसकी समाप्ति अगले दिन अर्थात 7 सितंबर को शाम को 5:37 पर होगी और जानकारी के लिए बता दें कि, सनातन हिंदू धर्म में व्रत को उदय तिथि से रखा जाता है। ऐसे में साल 2024 में गणेश चतुर्थी का त्योहार 7 सितंबर को मनाया जाएगा और 7 सितंबर को ही गणेश चतुर्थी का व्रत भी रखा जाएगा।
गणेश चतुर्थी का महत्व (Importance of Ganesh Chaturthi)
बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति के लिए हर व्यक्ति भगवान गणेश जी की पूजा करता है। गणेश चतुर्थी को नई शुरआत का प्रतीक भी मानते हैं। इस दिन को किसी नए काम की शुरुआत के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है। यही कारण है कि देश में कई लोग अपना नया व्यापार या फिर कोई नया काम गणेश चतुर्थी के मौके पर गणेश जी की पूजा करके शुरू करते हैं।
ऐसी मान्यता है कि, यदि इस दिन मूषकराज गणेश जी की पूजा की जाती है, तो सभी प्रकार की परेशानियां दूर होती हैं, क्योंकि गणेश जी को विघ्नहर्ता और परेशानियों का खात्मा करने वाला देवता माना जाता है। हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी की पूजा को सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक मानते हैं।
Also Read: बाबा रामदेव जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
गणेश चतुर्थी कैसे मनाई जाती है? (How is Ganesh Chaturthi celebrated?)
भक्तों के द्वारा बड़ी ही उमंग के साथ गणेश जी की मूर्ति को अपने घर पर लाया जाता है और घर पर मूर्ति की स्थापना पंडित जी के द्वारा करवाई जाती है और फिर इनकी पूजा शुरू हो जाती है। इनकी पूजा के समय बड़े पैमाने पर लोग गणपति बप्पा मोरिया के जय कारे लगाते हैं। बताना चाहते हैं कि गणेश जी को लोग 1 से लेकर 10 दिन तक घर में स्थापित करके रखते हैं और उसके बाद बहते हुए पानी में इनका विसर्जन कर देते हैं। गणेश जी को मोदक और लड्डू सबसे ज्यादा पसंद है, इसलिए इन्हें इस दिन मोदक और लड्डू का भोग लगाकर लोग सुख समृद्धि की कामना करते हैं।
गणेश चतुर्थी पूजा विधि (Ganesh Chaturthi Puja Vidhi)
- सबसे पहले किसी साफ जगह का सिलेक्शन कर ले।
- उसके बाद समतल लकड़ी पर लाल रंग का कपड़ा डालें।
- कपड़े के ऊपर श्री गणेश भगवान की फोटो या फिर मूर्ति रखें।
- इसके बाद गंगाजल से गणेश जी को स्नान करवाए।
- उसके बाद गणेश जी के सामने घी का दीपक रखें और पांच अगरबत्ती जलाएं।
- इसके बाद कुमकुम या हल्दी से गणेश जी को तिलक लगाए।
- अब उनके सामने प्रसाद में कोई मीठी चीज रखें।
- अब आपको गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित करनी है।
- दूर्वा घास अर्पित करने के बाद आपको एक और घी का दीपक जलाना है और गणेश चालीसा या गणेश जी की आरती गाते हुए गणेश जी की आरती उतारती है।
- इसके बाद आपको अपने हाथ में थोड़ा सा चावल और हल्दी लेनी है और गंगाजल लेना है और मुट्ठी बंद कर लेनी है और आपकी जो भी मनोकामना है, उसे मन में बोलकर गणेश जी को साक्षी मानते हुए इसे जमीन पर छोड़ देना है। इस प्रकार से गणेश चतुर्थी की पूजा होती है।
गणेश चतुर्थी 2024 स्थापना मुहूर्त (Ganesh Chaturthi 2024 Sthapana Muhurta)
विद्वान पंडितों के अनुसार गणेश जी की मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त 7 तारीख को सुबह 11:03 पर स्टार्ट हो जाएगा और यह 1:34 पर खत्म होगा अर्थात 11:03 से लेकर 1:34 के बीच में आपको गणेश जी की मूर्ति की स्थापना कर लेनी है।
Also Read: शिक्षक दिवस पर कविता
गणेश चतुर्थी व्रत विधि (Ganesh Chaturthi Vart Vidhi 2024)
- जिस व्यक्ति के हाथों गणेश जी की मूर्ति की स्थापना की जाती है, उस व्यक्ति को उस दिन व्रत रखना होता है। यह व्रत रात में चंद्रमा को अर्घ देकर तोड़ा जाता है। यदि पूजा विधि के बारे में चर्चा करें तो
- व्यक्ति को सुबह नहा धोकर गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।
- इसके अंतर्गत गणेश जी को प्रसाद अर्पित करना चाहिए, उनकी आरती उतारनी चाहिए, घी का दीपक जलाना चाहिए और धूपबत्ती उनके सामने जलाकर रखनी चाहिए,
- साथ ही उन्हें सुपारी और लॉन्ग भी अर्पित करना चाहिए
- एक श्रीफल भी गणेश जी के चरणों के पास में रखना चाहिए।
- गणेश जी के साथ माता लक्ष्मी जी और अपने कुल देवी देवताओं का नाम लेना बिल्कुल भी ना भूले तभी आपकी पूजा फलित होगी।
- रात में व्रत तोड़ने के बाद आप फलों का सेवन कर सकते हैं। जैसे कि सेब, केला, अनार, पपीता इत्यादि। इसके अलावा दूध का सेवन भी किया जा सकता है।
Conclusion:
Ganesh Chaturthi 2024 की जानकारी हमने आर्टिकल में उपलब्ध करवा दी है। अगर आपको आर्टिकल से संबंधित और कोई जानकारी चाहिए, तो हमारा कमेंट बॉक्स खुला हुआ है, जहां पर सवाल पूछने पर आपके सवालों का जवाब अवश्य दिया जाएगा। अगर आप अन्य इंटरेस्टिंग कंटेंट पढ़ना चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट योजना दर्पण के दूसरे पेज को नेविगेट करें। धन्यवाद!
FAQ:
Q: गणेश चतुर्थी का त्यौहार किस देवता से संबंधित है?
Ans: गणेश चतुर्थी का त्योहार भगवान श्री गणेश से संबंधित है।
Q: भगवान श्री गणेश किसके पुत्र हैं?
Ans: भगवान श्री गणेश महादेव जी के पुत्र हैं।
Q: गणेश जी की माता का नाम क्या है?
Ans: गणेश जी की माता का नाम पार्वती है।
Q: गणेश जी के भाई का नाम क्या है?
Ans: गणेश जी के भाई का नाम कार्तिकेय है।
Q: 2024 में गणेश चतुर्थी कब है?
Ans: 2024 में गणेश चतुर्थी 7 सितंबर को है।