Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana । दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना: दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDUGKY) भारत के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चलाया जाने वाला एक विशेष कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों के गरीब युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें अच्छे रोजगार के अवसर प्रदान करना है। यह योजना उन युवाओं के लिए बनाई गई है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और बेहतर भविष्य की तलाश में हैं।
इस योजना के तहत युवाओं को ऐसे कौशल सिखाए जाते हैं जो उन्हें नौकरी पाने में मदद करें। प्रशिक्षण के बाद, उन्हें नियमित रूप से मॉनिटर किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे नौकरी में टिके रहें, उनका प्रदर्शन बेहतर हो, और उनके करियर में प्रगति हो। इस तरह DDUGKY सिर्फ नौकरी दिलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने पर जोर देती है कि प्रशिक्षित युवाओं को स्थायी और बेहतर रोजगार मिल सके।
DDUGKY का मुख्य लक्ष्य युवाओं को ऐसे कामों के लिए तैयार करना है, जिनसे वे कम से कम न्यूनतम वेतन या उससे अधिक कमा सकें। यह योजना केवल कौशल प्रशिक्षण देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा व्यापक सिस्टम तैयार करती है, जिसमें प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार मिलने के बाद भी उनकी प्रगति पर ध्यान दिया जाता है। कुल मिलाकर, DDUGKY ग्रामीण गरीब युवाओं के लिए एक ऐसी योजना है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और बेहतर जीवन जीने में मदद करती है। यह योजना रोजगार के साथसाथ युवाओं को आत्मविश्वास भी देती है कि वे अपने भविष्य को सुरक्षित और उज्जवल बना सकते हैं।आज के इस लेख में हम डिटेल में इस योजना के बारे में चर्चा करेंगे जैसे कि इस योजना का उद्देश्य,लाभ,आवेदन प्रक्रिया,जरुरी दस्तावेज़,पात्रता आदि
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क्या है दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना। What is Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयूजीकेवाई) 2014 में शुरू की गई एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का हिस्सा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों की आय के स्रोतों को बढ़ाना और ग्रामीण युवाओं की करियर से जुड़ी आकांक्षाओं को पूरा करना है।यह योजना 15 से 35 वर्ष की आयु के गरीब ग्रामीण युवाओं पर केंद्रित है और उन्हें मांग आधारित कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है, जो नौकरी दिलाने में मददगार है।
डीडीयूजीकेवाई कौशल भारत अभियान का एक हिस्सा है और सरकार के कई प्रमुख कार्यक्रमों जैसे डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्मार्ट सिटीज, स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया का समर्थन करता है। ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को अक्सर औपचारिक शिक्षा और जरूरी कौशल की कमी के कारण अच्छे जीवन की ओर बढ़ने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। डीडीयूजीकेवाई इन बाधाओं को कम करने के लिए वैश्विक मानकों के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिसमें नौकरी दिलाने, काम में टिके रहने, करियर में प्रगति और विदेश में नौकरी पाने के अवसरों पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
यह योजना भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत संचालित होती है। इसकी जड़ें 2004 में शुरू हुई स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) की ‘विशेष परियोजनाओं’ में हैं, जिसे 2014 में संशोधित करके डीडीयूजीकेवाई के रूप में पुनः स्थापित किया गया।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना का महत्व। Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana Significance
2022 तक, राष्ट्रीय कौशल विकास और उद्यमिता नीति 2015 के अनुसार 24 प्रमुख क्षेत्रों में 109.73 मिलियन लोगों का कौशल अंतर है। इसके साथ ही, फिक्की और अर्न्स्ट एंड यंग के 2013 के अध्ययन में 2020 तक दुनिया भर में 47 मिलियन से अधिक कुशल श्रमिकों की कमी की पहचान की गई थी। इन आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए और भारत के जनसांख्यिकीय लाभ को समझते हुए, देश के लिए अपने गरीब युवा वर्ग (बीओपी) को प्रशिक्षित कर वैश्विक नौकरियों में स्थापित करने की बड़ी संभावनाएं हैं।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना आत्मनिर्भर भारत के संदर्भ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि यह ग्रामीण युवाओं को कौशल प्रदान करके और उन्हें रोजगार दिलाकर देश के समग्र विकास में योगदान देती है। साथ ही, यह योजना ग्रामीण विकास के लिए अन्य कृषि पहलों के साथ मिलकर युवाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने में महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, डीडीयूजीकेवाई कौशल भारत अभियान का एक हिस्सा होने के नाते, सरकार के विभिन्न सामाजिक और आर्थिक कार्यक्रमों का समर्थन करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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डीडीयूजीकेवाई का लाभ । Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana Benefits
1. कौशल प्रशिक्षण: यह कार्यक्रम कृषि, निर्माण, खुदरा और आतिथ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसका उद्देश्य उन्हें उद्योग के लिए आवश्यक कौशल सिखाकर रोजगार के लिए तैयार करना है।
2. प्लेसमेंट सहायता: यह योजना युवाओं को संभावित नियोक्ताओं से जोड़ने में मदद करती है। इसमें नौकरी खोजने, रिज्यूमे लिखने और साक्षात्कार की तैयारी जैसी सहायता भी दी जाती है।
3. प्लेसमेंट के बाद सहायता: यह कार्यक्रम नौकरी पाने के बाद भी लाभार्थियों को समायोजित होने में मदद करता है। इसमें मेंटरशिप, काउंसलिंग और अन्य संसाधनों तक पहुंच शामिल होती है।
4. करियर प्रगति सहायता: योजना का एक अन्य लाभ यह है कि यह युवाओं को करियर में आगे बढ़ने में मदद करती है। इसके तहत मेंटरशिप, प्रशिक्षण और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान किए जाते हैं।
5. उच्च प्लेसमेंट के लिए प्रोत्साहन: यह योजना लाभार्थियों को उच्च वेतन वाली नौकरियों में नियुक्त करने के लिए PIA (Project Implementing Agencies) को प्रोत्साहन देती है, ताकि युवाओं को उनके कौशल और अनुभव के अनुरूप रोजगार मिल सके।
डीडीयूजीकेवाई की पात्रता। Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana Eligibility
- लक्ष्य समूह: 1535 आयु वर्ग के गरीब ग्रामीण युवा।
- विशेष समूहों के लिए आयु सीमा: 45 वर्ष तक (जैसे महिला उम्मीदवार, पीवीटीजी, पीडब्ल्यूडी, ट्रांसजेंडर, बंधुआ मजदूर, तस्करी के शिकार व्यक्ति, मैनुअल स्कैवेंजर, एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति आदि)।
- गरीबों की पहचान: गरीबों की भागीदारी पहचान (PIP) प्रक्रिया द्वारा।
- जब तक PIP से गरीबों की पहचान नहीं हो जाती, निम्नलिखित पात्रता मानदंड लागू होंगे (भले ही उम्मीदवार बीपीएल सूची में न हो):
1. मनरेगा श्रमिक परिवारों के युवा: जिनके परिवार के किसी सदस्य ने पिछले वित्तीय वर्ष में कम से कम 15 दिन कार्य किया हो।
2. आरएसबीवाई कार्ड वाले परिवार के युवा: जिनका नाम कार्ड में उल्लिखित हो।
3. अंत्योदय अन्न योजना/बीपीएल पीडीएस कार्ड वाले परिवार के युवा।
4. ऐसे परिवार के युवा, जिनका कोई सदस्य एनआरएलएम के तहत स्वसहायता समूह (SHG) का सदस्य हो।
5. एसईसीसी 2011 के अनुसार स्वतः समावेशन मापदंडों के तहत आने वाले परिवार के युवा।
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Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana Apply Online। डीडीयूजीकेवाई की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- कौशल पंजी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
- बाएँ पैनल में “उम्मीदवार पंजीकरण” पर क्लिक करें, जिससे आप ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म पर पहुँच जाएंगे।
- “पंजीकरण प्रकार” में “नया/नया पंजीकरण” चुनें और “अगला” पर क्लिक करें।
- सभी अनिवार्य फ़ील्ड भरें, आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें और “सबमिट करें” पर क्लिक करें।
- पंजीकरण आईडी को भविष्य के संदर्भ के लिए नोट कर लें।
Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana Required Documents । डीडीयूजीकेवाई की आवश्यक दस्तावेज़
- पहचान का प्रमाण
- आयु का प्रमाण
- बीपीएल कार्ड (यदि लागू हो)
- मनरेगा कार्ड (यदि लागू हो)
- आरएसबीवाई कार्ड (यदि लागू हो)
- एएवाई कार्ड (यदि लागू हो)
- एसएचजी पहचान (यदि लागू हो)
- सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- एसटी/एससी प्रमाण पत्र, सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी (यदि लागू हो)
- अल्पसंख्यक समुदाय के लिए स्वयंप्रमाणन (यदि लागू हो)
Conclusion
हमें उम्मीद है कि दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना । Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana से जुड़ा यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो, तो कृपया कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। हम जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देने का प्रयास करेंगे। और ऐसे ही रोचक लेखों के लिए हमारी वेबसाइट योजना दर्पण पर दोबारा विज़िट करें। धन्यवाद
FAQ’s
Q. दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (DDU-GKY) क्या है?
Ans. दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (DDU-GKY) भारत सरकार की एक योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार योग्य बनाना है। इस योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले ग्रामीण युवाओं को मुफ्त में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिससे वे स्वरोजगार या नौकरी कर सकें।
Q. DDU-GKY का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Ans. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 18 से 35 वर्ष के गरीब युवाओं को रोजगार के योग्य बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। योजना का लक्ष्य है कि ग्रामीण युवा विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्राप्त करके अपनी आय में सुधार कर सकें और जीवन स्तर को ऊंचा उठा सकें।
Q. DDU-GKY के तहत प्रशिक्षण किन-किन क्षेत्रों में दिया जाता है?
Ans. इस योजना के तहत युवाओं को स्वास्थ्य सेवा, आईटी और आईटीईएस, निर्माण, कपड़ा, वाहन मरम्मत, हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन, बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं, और कृषि प्रसंस्करण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है।
Q. योजना में नामांकन कैसे किया जा सकता है?
Ans. DDU-GKY में नामांकन के लिए आवेदकों को अपने राज्य या जिले के ग्रामीण विकास विभाग से संपर्क करना होगा या योजना की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके अलावा, कई राज्यों में पंजीकृत प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से भी नामांकन किया जा सकता है।
Q. योजना के तहत क्या लाभ मिलते हैं?
Ans. योजना के तहत युवाओं को मुफ्त कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं, साथ ही एक निश्चित समय तक निगरानी भी की जाती है ताकि वे अपने नए कौशल का उपयोग कर नौकरी में बने रहें।
Q. DDU-GKY के तहत प्रशिक्षण की अवधि कितनी होती है?
Ans. प्रशिक्षण की अवधि उस क्षेत्र या ट्रेड पर निर्भर करती है जिसमें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह अवधि आमतौर पर 3 महीने से लेकर 12 महीने तक होती है।
Q. योजना में पंजीकरण के लिए कोई शुल्क देना होता है क्या?
Ans. नहीं, DDU-GKY योजना में पंजीकरण और प्रशिक्षण पूरी तरह से मुफ्त हैं।