Ganesh Chaturthi Utsav 2024 | गणेश चतुर्थी का विशाल उत्सव कहां मनाते हैं: Ganesh Chaturthi Celebration, Famous Temple of Ganesha in India, Largest Ganesh Pandal

Join Telegram Channel Join Now

गणेश चतुर्थी का विशाल उत्सव कहां मनाते हैं (Ganesh Chaturthi Utsav 2024): भारत में कई त्यौहार है जो साल में एक बार आते हैं और इसीलिए ऐसे त्योहारों के आने का इंतजार लोग बड़ी ही बेसब्री के साथ करते हैं। जैसे की गणेश चतुर्थी के त्यौहार को ही ले लीजिए। इस त्यौहार को लेकर भी देश के लोगों में एक अलग ही खुशी देखी जाती है। वैसे तो यह त्यौहार 10 दिनों का होता है परंतु इस त्यौहार को मनाने की स्टार्टिंग त्यौहार के शुरू होने से पहले ही कर दी जाती है।

क्योंकि इस त्यौहार में गणेश जी की छोटी और बड़ी मूर्तियां गणेश पंडाल में स्थापित की जाती है जिसके लिए मूर्ति के आकार के हिसाब से पैसा लगता है जो कि किसी व्यक्ति के द्वारा खुद ही खर्च किया जाता है और लोग आपस में पैसे इकट्ठा करके इस त्यौहार को मनाते हैं। यह एक ऐसा त्यौहार है जो विभिन्न जातियों के लोगों को एक समय में एक जगह पर इकट्ठा करता है। इस त्यौहार की खुशी बच्चों में भी होती है। खैर चलिए आज इस आर्टिकल में जानते हैं कि आखिर देश भर में विभिन्न राज्यों में मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी का त्योहार सबसे बड़े पैमाने पर कौन से राज्य में सेलिब्रेट किया जाता है।

Overview Of Ganesh Chaturthi Utsav 2024

आर्टिकल का नामगणेश चतुर्थी उत्सव 2024
उद्देश्यगणेश चतुर्थी के विशाल उत्सव की जानकारी देना
संबंधित त्यौहारगणेश चतुर्थी
संबंधित देवताश्री गणेश
भाषाहिंदी

गणेश चतुर्थी का भव्य उत्सव (Grand Celebration of Ganesh Chaturthi)

वैसे तो देश में कई राज्यों में लोग गणेश चतुर्थी के मौके पर छोटे-मोटे पंडाल लगाते हैं और उसमें गणेश जी की मूर्ति की स्थापना करते हैं, पर इस त्यौहार का सबसे ज्यादा उल्लास महाराष्ट्र में देखा जाता है। महाराष्ट्र में बड़े ही विशाल गणेश पंडाल की स्थापना की जाती है और गणेश जी की कई टन वजन मूर्ति भी उसमें स्थापित की जाती है, जिनकी कीमत हजारों से लेकर लाखों में होती है। 

गणेश चतुर्थी के त्यौहार को महाराष्ट्र के मुंबई शहर में मौजूद सिद्धिविनायक मंदिर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस मंदिर में गणेश चतुर्थी के मौके पर रोजाना लाखों की संख्या में लोग गणेश भगवान के दर्शन के लिए आते रहते हैं और विभिन्न प्रकार के उपहार और नगद पैसे भी मंदिर में चढ़ाते हैं।

भारत में गणेश जी के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Temple of Lord Ganesha in India)

गणेश जी की पूजा पूरे भारत में होती है, पर भगवान श्री गणेश के जन्म उत्सव के तौर पर मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी का त्योहार विशेष रूप से महाराष्ट्र में सेलिब्रेट किया जाता है। 

वैसे अगर भारत में मौजूद गणपति भगवान के सबसे बड़े मंदिर के बारे में बात करें तो यह मंदिर महाराष्ट्र में नहीं बल्कि महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य गुजरात के अहमदाबाद शहर से तकरीबन 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गणेश भगवान के इस मंदिर को सिद्धिविनायक मंदिर के नाम से जाना जाता है, जहां पर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर से लाई गई ज्योत को स्थापित किया गया है। अहमदाबाद के पास में मौजूद मेहमदाबाद शहर में वात्रक नदी के किनारे यह मंदिर स्थित है। गुजरात के इस गणेश मंदिर की ऊंचाई 71 फीट है। मंदिर की चौथी मंजिल पर ठीक वैसी ही मूर्ति स्थापित है जैसी मूर्ति मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में स्थापित है। 

इस मंदिर का निर्माण 6 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में किया गया है। मंदिर में दूसरी मंजिल पर जाने पर भजन और कीर्तन करने के लिए स्पेशल होल भी उपलब्ध है। जमीन से इस मंदिर की ऊंचाई 20 फीट है वही गणेश जी की मूर्ति की स्थापना जमीन से 56 फुट की ऊंचाई पर की गई है। मंदिर की लंबाई 120 फुट है और चौड़ाई 80 फुट है। 

गणेश चतुर्थी पर लगने वाले सबसे बड़े पंडाल (The Biggest Pandals Set Up on Ganesh Chaturthi)

गणेश चतुर्थी के मौके पर लगातार 10 दिनों तक मुंबई एक अलग ही मुंबई दिखाई पड़ती है। छोटे से लेकर बड़े रास्तों पर आपको रंगीन सजावट दिखाई पड़ती है। रात में मुंबई शहर देखने लायक होता है। महाराष्ट्र के मुंबई शहर में जीडी गोयंका रोड पर लालबाग मार्केट मौजूद है। यहीं पर गणेश जी का सबसे फेमस पंडाल सजाया जाता है। गणेश जी का यह पंडाल पूरे भारत में लालबागचा राजा के नाम से प्रसिद्ध है। हर साल लाखों की संख्या में भक्त इस पंडाल में भगवान श्री गणेश जी का दर्शन करने के लिए आते हैं।

साल 1934 से ही यहां पर गणेश जी की मूर्ति की स्थापना की जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस पंडाल में विराजित भगवान गणेश को मन्नत का गणपति भी कहते हैं। गणेश चतुर्थी पर बॉलीवुड के कई बड़े एक्टर और एक्ट्रेस और अन्य कलाकार यहां पर गणेश जी के दर्शन करने के लिए आते रहते हैं।

Conclusion:

Ganesh Chaturthi Utsav 2024 के बारे में आपको इस आर्टिकल में इनफार्मेशन हमारे द्वारा प्रदान की गई। अगर अभी भी आपको कोई डाउट है तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में अपना सवाल पूछ ले, जिसका जवाब हम देने का प्रयास करेंगे। अन्य रोचक कंटेंट पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट योजना दर्पण को विजिट करते रहे। धन्यवाद!

FAQ:

Q.1 गणेश चतुर्थी उत्सव 2024 कब है?

Ans. गणेश चतुर्थी उत्सव 2024 में 7 सितंबर को मनाया जाएगा। यह त्योहार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आता है, जो हिन्दू पंचांग के अनुसार अगस्त-सितंबर के महीने में पड़ता है।

Q.2 गणेश चतुर्थी का महत्व क्या है?

Ans. गणेश चतुर्थी का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। यह भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें सभी विघ्नों को हरने वाले और नई शुरुआत के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो भगवान गणेश से समृद्धि, बुद्धि, और सौभाग्य की प्राप्ति की कामना करते हैं।

Q.3 गणेश चतुर्थी पर कौन-कौन से अनुष्ठान किए जाते हैं?

Ans. गणेश चतुर्थी पर निम्नलिखित अनुष्ठान और क्रियाएं की जाती हैं:

  1. गणेश प्रतिमा की स्थापना: पूजा की शुरुआत गणेश प्रतिमा की स्थापना से होती है। प्रतिमा को घर, मंदिर या पंडाल में विधिवत रूप से स्थापित किया जाता है।
  2. प्राण प्रतिष्ठा: प्रतिमा की स्थापना के बाद प्राण प्रतिष्ठा की जाती है, जिसमें मंत्रोच्चार और विधिपूर्वक भगवान गणेश को आमंत्रित किया जाता है।
  3. पंचोपचार पूजा: भगवान गणेश की पंचोपचार पूजा की जाती है जिसमें उन्हें फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग) और जल अर्पित किया जाता है।
  4. मंत्र जाप और भजन-कीर्तन: गणेश चतुर्थी के दौरान भक्तगण गणेश मंत्रों का जाप करते हैं और भजन-कीर्तन का आयोजन करते हैं।
  5. मोदक का भोग: भगवान गणेश को मोदक का भोग अर्पित किया जाता है, जो उनका प्रिय मिष्ठान माना जाता है।

Q.4 गणेश विसर्जन क्या है और कब होता है?

Ans. गणेश चतुर्थी के उत्सव के बाद, गणेश प्रतिमा का विसर्जन (जल में प्रवाहित करना) किया जाता है। यह उत्सव की समाप्ति का प्रतीक है। विसर्जन आमतौर पर अनंत चतुर्दशी के दिन, यानी स्थापना के दसवें दिन, या स्थानीय परंपराओं के अनुसार, तीसरे, पाँचवें या सातवें दिन किया जाता है। विसर्जन के समय भक्त भगवान गणेश से अगले वर्ष फिर से आने की प्रार्थना करते हैं।

Q.5 गणेश चतुर्थी 2024 में कैसे मनाई जाएगी?

Ans. गणेश चतुर्थी 2024 में पारंपरिक पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाई जाएगी। मुंबई, पुणे, और हैदराबाद जैसे शहरों में बड़े पैमाने पर गणेश पंडाल लगाए जाएंगे, जहाँ भव्य सजावट के साथ गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी।

Q.6 क्या गणेश चतुर्थी केवल महाराष्ट्र में ही मनाई जाती है?

Ans. नहीं, गणेश चतुर्थी पूरे भारत में और विदेशों में भी मनाई जाती है, जहाँ भी भारतीय समुदाय रहते हैं। हालांकि महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और तमिलनाडु में इसे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन पूरे देश के लोग इस पर्व को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं।

Q.7 गणेश चतुर्थी के दौरान कौन-कौन से प्रसाद तैयार किए जाते हैं?

Ans. गणेश चतुर्थी के दौरान मोदक, लड्डू, पुरण पोली, खीर, और नारियल के लड्डू जैसे विभिन्न प्रकार के मिष्ठान्न और प्रसाद तैयार किए जाते हैं। मोदक विशेष रूप से भगवान गणेश का प्रिय मिष्ठान्न माना जाता है।

Q.8 गणेश चतुर्थी के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

  • शुद्धता: पूजा के दौरान स्वच्छता और शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  • मानसिक एकाग्रता: पूजा के समय ध्यान और भक्ति के साथ भगवान गणेश की आराधना करनी चाहिए।
  • सात्विक भोजन: पूजा के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए और अहिंसा का पालन करना चाहिए।

Leave a Comment