National Youth Day Essay | राष्ट्रीय युवा दिवस निबंध: Essay In 100 Words, Essay In 300 Words, Essay In 500 Words, Long Essay

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राष्ट्रीय युवा दिवस निबंध (National Youth Day Essay): राष्ट्रीय युवा दिवस हर साल 12 जनवरी को आता है । 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस ऐसे ही सेलिब्रेट नहीं किया जाता है, बल्कि आधिकारिक तौर पर भारतीय सरकार ने इस तारीख को राष्ट्रीय युवा दिवस अर्थात नेशनल यूथ डे के तहत सेलिब्रेट करने की घोषणा की है। यह घोषणा साल 1984 में तब की गई, जब संयुक्त राज्य अमेरिका के द्वारा इंटरनेशनल यूथ डे मनाने की अनाउंसमेंट की गई थी, उसी के तर्ज पर इंडियन गवर्नमेंट ने भी साल 1984 में ही स्वामी विवेकानंद जी की जन्म जयंती 12 जनवरी के दिन हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस को मनाने का ऐलान कर दिया और अगले ही साल 1985 में पहली बार 12 जनवरी को धूमधाम के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस पूरे देश भर में मनाया गया।

यह एक ऐसा मौका होता है, जब पूरा देश स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को याद करता है और उनके विचारों से प्रेरणा लेता है। इस मौके पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। अधिकतर 12 जनवरी के दिन स्कूल और कॉलेज में विद्यार्थियों को विवेकानंद अथवा राष्ट्रीय युवा दिवस पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है। इस आर्टिकल में भी हम National Youth Day Essay In Hindi प्रदान कर रहे हैं।

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Overview Of National Youth Day Essay In Hindi

आर्टिकल का नामराष्ट्रीय युवा दिवस निबंध
उद्देश्यनेशनल यूथ डे पर निबंध देना
संबंधित दिन12 जनवरी
संबंधित व्यक्तिस्वामी विवेकानंद
भाषाहिंदी

राष्ट्रीय युवा दिवस पर 100 शब्दों में निबंध (Essay On National Youth Day In 100 Words)

राष्ट्रीय युवा दिवस जिसे की नेशनल यूथ डे के नाम से भी जाना जाता है, को हर साल 12 जनवरी के दिन धूमधाम के साथ हर उस जगह पर सेलिब्रेट किया जाता है, जहां पर स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को मानने वाले लोग रहते हैं। यह दिन स्वामी विवेकानंद जी के साथ इसलिए जुड़ा हुआ है, क्योंकि 12 जनवरी की तारीख को ही स्वामी विवेकानंद जी का जन्म बिहार के कोलकाता शहर में साल 1863 में हुआ था।

भारत की सरकार ने ही राष्ट्रीय युवा दिवस को 12 जनवरी के दिन मनाने की घोषणा की थी, ताकि स्वामी विवेकानंद जी के दर्शन और उनके आदर्शो की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित किया जा सके और स्वामी विवेकानंद जी के विचारों और जीवन शैली से लोगों को परिचित करवाया जा सके, ताकि युवा देश के प्रति अपने कर्तव्य को समझें और एक आदर्श नागरिक बनकर देश की उन्नति के लिए काम करें।

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राष्ट्रीय युवा दिवस पर 300 शब्दों में निबंध (Essay On National Youth Day In 300 Words)

नेशनल यूथ डे अर्थात राष्ट्रीय युवा दिवस ऐसे सभी देश के युवाओं को समर्पित है, जो देश के लिए कुछ करना चाहते हैं और देश के योगदान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करना चाहते हैं। राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन बहुत सारे स्कूल और कॉलेज ऐसे हैं, जहां पर सिर्फ युवाओं को केंद्रित करके स्पेशल कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है और इस कार्यक्रम में वरिष्ठ जनों और गुरु जनो के द्वारा युवाओं को अच्छी सीख दी जाती है।

किसी भी देश के विकास में उस देश के युवाओं के द्वारा महत्वपूर्ण किरदार अदा किया जाता है, इस बात में कोई भी अतिशयोक्ति नहीं है। इसलिए राष्ट्रीय युवा दिवस हमें इस बात की याद दिलाने का काम करता है कि, किस प्रकार से पॉजिटिव दिशा की तरफ देश की युवा शक्ति को प्रेरित कर सकते हैं। राष्ट्रीय युवा दिवस वह महान दिन है, जिस दिन देश के युवाओं में उत्साह को बढ़ाने का काम किया जाता है ताकि समाज हित और देश हित में वह काम करें।

सर्वप्रथम साल 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा भारतीय सरकार के द्वारा की गई थी, क्योंकि 12 जनवरी को ही देश के महान संत स्वामी विवेकानंद जी का जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में हुआ था। यह कायस्थ परिवार में पैदा हुए थे। 

दुनिया भर में अपने तेजस्वी भाषणों की वजह से स्वामी विवेकानंद जल्द ही प्रसिद्ध हो गए। इनका मुख्य लक्ष्य था देश के युवाओं को देश के डेवलपमेंट के हेतु काम करने के लिए प्रोत्साहन देना। स्वामी विवेकानंद जी आज भले ही हमारे बीच नहीं है परंतु उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन तथा उनकी शाखाओ के द्वारा किया जा रहा है।

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राष्ट्रीय युवा दिवस पर 500 शब्दों में निबंध (Essay On National Youth Day In 500 Words)

स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को याद करने के लिए और उनके भाषणों तथा विचारों से प्रेरणा लेने के लिए राष्ट्रीय युवा दिवस को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह दिन हर उस व्यक्ति के लिए खास होता है, जो स्वामी विवेकानंद जी को अपना आदर्श मानता है। फिर चाहे व्यक्ति भारत में निवास करता हो या फिर विदेश के किसी देश में निवास करता हो। 

स्वामी विवेकानंद जी के अनुयाई सिर्फ भारत में ही नही है, बल्कि विदेशो में भी दूसरे धर्म के लोग भी स्वामी विवेकानंद जी को काफी ज्यादा मानते हैं। भारतीय सरकार ने 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तहत मनाने की घोषणा की थी और पहली बार 12 जनवरी 1985 में इस दिवस को मनाया गया था।

स्वामी विवेकानंद जी के बारे में बात करें, तो भारत के महान लोगों में इनकी गिनती होती है। यह हिंदू धर्म के प्रबल समर्थक थे और अक्सर अपने भाषणों में हिंदू धर्म की प्रेरणा स्रोत बातों का जिक्र इनके द्वारा किया जाता था। इनका जन्म कोलकाता शहर में साल 1863 में हुआ था, जो कि पश्चिम बंगाल राज्य में मौजूद है। स्वामी विवेकानंद जी ने अपनी जिंदगी समाज के लिए और सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए समर्पित कर दी थी।

बहुत ही कम उम्र में इन्होंने लाखों की संख्या में लोगों को अपनी तरफ अपने व्यवहार और तेजस्वी भाषणों से आकर्षित कर लिया था। इन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस को अपना गुरु बनाया था और उनसे आध्यात्मिक शिक्षा की प्राप्ति की थी। अपने भाषणों में यह अपने गुरु जी की बातों को भी दुनिया के सामने रखने का काम करते थे। इनके द्वारा अपनी पूरी जिंदगी को समाज के डेवलपमेंट के लिए समर्पित कर दिया गया था।

स्वामी विवेकानंद जी की जन्म तिथि 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तहत घोषित करने के बाद विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम इस दिन स्कूल और कॉलेज में आयोजित होते हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को किया जाता है और गुरुजनों के द्वारा युवाओं को विवेकानंद जी के महत्वपूर्ण विचारों के बारे में सुनने को और समझने को मिलता है।

स्वामी विवेकानंद जी प्रसिद्धि पाने के बावजूद कभी भी अहंकार में नहीं डूबे, क्योंकि उनका मानना था कि, अहंकारी व्यक्ति का सर्वनाश जल्दी ही होता है। स्वामी विवेकानंद जी एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्हें न सिर्फ धर्म के बारे में अच्छी जानकारी थी, परंतु इन्हें साहित्य के बारे में भी काफी गहराई से इनफॉरमेशन थी और अक्सर ही उनके भाषणों में यह बात साफ तौर पर दिखाई भी पड़ती थी।

स्वामी विवेकानंद जी की वजह से ही आज देश के कई युवा सही मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए अग्रसर है। विवेकानंद जी का कहना था कि किसी भी व्यक्ति को जबरदस्ती नहीं पढ़ाया जा सकता है बल्कि व्यक्ति को खुद ही अपने अंदर आध्यात्मिक चीजों को पैदा करने की लालसा होनी चाहिए। विवेकानंद जैसी महान शख्सियत ने साल 1902 में 4 जुलाई के दिन धरती को अलविदा कहा और पंचतत्व में विलीन हो गए। हालांकि उनके विचार आज भी अजर अमर है।

राष्ट्रीय युवा दिवस पर लंबा निबंध (Long Essay On National Youth Day)

प्रस्तावना:

भारत को ऐसे ही विश्व गुरु नहीं कहा जाता है बल्कि भारत को विश्व गुरु बनाने में भारत की महान शख्सियतो ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन शख्सियतों की लिस्ट काफी ज्यादा लंबी है, जिनमें से एक अनमोल हीरा है स्वर्गीय स्वामी विवेकानंद, जो अब इस दुनिया में नहीं है परंतु उनके विचार आज भी लोगों को प्रेरणा देने का काम करते हैं। इन्हीं महान संत के जन्मदिन के मौके पर राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रीय युवा दिवस की शुरुआत

यूनाइटेड नेशन आर्गेनाईजेशन के द्वारा साल 1984 में इंटरनेशनल यूथ डे मनाने की घोषणा की गई थी और इसी की तर्ज पर भारतीय सरकार ने 20 साल 1984 में ही हर साल 12 तारीख को नेशनल यूथ डे अर्थात राष्ट्रीय युवा दिवस को मनाने की घोषणा कर दी और अगले ही साल अर्थात साल 1985 में 12 जनवरी को पहली बार देश में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया।

सरकार के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस को मनाने की शुरुआत इसलिए की गई, ताकि देश के युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से प्रेरणा मिल सके क्योंकि किसी भी देश की रीड की हड्डी उस देश के युवा ही होते हैं और अगर देश का युवा विवेकानंद जी के विचारों को फॉलो करेगा, तो हमारा देश एक आदर्श देश बनकर शक्तिशाली देश बनने की और अग्रसर होगा।

स्वामी विवेकानंद का जीवन

साल 1863 में 12 जनवरी के दिन पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में पिता श्री विश्वनाथ दत्त जी और माता श्रीमती भुवनेश्वरी देवी जी के परिवार में स्वामी दयानंद जी का जन्म हुआ था। इनके पिताजी वकालत का काम करते थे और कोलकाता हाई कोर्ट के एक बहुत ही ज्यादा फेमस वकील थे।

हालांकि वह वेस्टर्न कल्चर में ज्यादा विश्वास रखते थे, परंतु उनकी माताजी धार्मिक विचारों वाली थी, अर्थात वह हिंदू धर्म के प्रति अपना झुकाव रखती थी। स्वामी जी के बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था और यह टोटल 9 भाई बहन थे। उनके दादाजी का नाम दुर्गा चरण दत्त था जो की संस्कृति और फारसी भाषा की अच्छी खासी जानकारी रखते थे। उन्होंने अपने परिवार को छोड़कर साधु का जीवन व्यतीत किया था।

राष्ट्रीय युवा दिवस 2024 की थीम

हर साल जब राष्ट्र युवा दिवस आता है, तो इसकी थीम को 12 जनवरी के दो-तीन महीने पहले डिसाइड कर लिया जाता है। हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम मे बदलाव होता रहता है। साल 2024 में राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम ’It’s all in the mind’, रखी गई है, जिसका हिंदी में मतलब होता है कि सब कुछ आपके दिमाग अर्थात मन में है। यदि आप कुछ भी करने का पक्का इरादा कर लेते हैं, तो आपको उस काम को करने से फिर कोई भी नहीं रोक सकेगा।

भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस का समारोह

राष्ट्रीय युवा दिवस की सबसे ज्यादा धूम भारत के गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूल तथा कॉलेज में होती है। इस मौके पर गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूल तथा कॉलेज विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करते हैं। जैसे की इस मौके पर डांस प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाता है, बच्चों से विवेकानंद जी की जीवनी लिखवाई जाती है अथवा राष्ट्रीय युवा दिवस के बारे में निबंध लिखवाया जाता है या फिर बच्चों से राष्ट्रीय युवा दिवस के बारे में भाषण देने के लिए कहा जाता है।

बच्चों के अलावा स्कूल के टीचर भी इस मौके पर अपनी-अपनी बातों को विद्यार्थियों के सामने और अन्य गणमान्य लोगों के सामने प्रस्तुत करते हैं। वहीं रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के द्वारा भी अनेक प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

उपसंहार

स्वामी विवेकानंद जी को सिर्फ संत के नजरिए से ही नहीं देखना चाहिए। संत होने के अलावा वह एक बहुत ही बड़े देशभक्त, मानव प्रेमी, एक अच्छे लेखक और अच्छे विचारक भी थे। कम उम्र में ही उन्होंने कई बड़े कामों को अंजाम दिया था। वह भारतीयता पर काफी ज्यादा गर्व करते थे और उन्हें खाली समय में किताबें पढ़ने का शौक था। 

कहा जाता है कि, स्वामी विवेकानंद जी की एकाग्रता काफी अच्छी थी, वह किसी पुस्तक के किसी पन्ने को एक बार पढ़ लेते थे, तो उन्हें वह लंबे समय तक याद रहता था। हिंदू धर्म के प्रचार के लिए उन्होंने विभिन्न यात्राएं की। हिंदू धर्म के लिए काम करते-करते आखिरकार साल 1902 में 4 जुलाई का वह दिन आया, जब इन्होंने दुनिया को अलविदा कहा।

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Conclusion:

National Youth Day Essay की जानकारी इस आर्टिकल में आपके सामने हमने उपलब्ध करवा दी है। यदि आपको अन्य कोई जानकारी चाहिए, तो आप अपना सवाल पूछ सकते है। सवाल पूछने के लिए कमेंट बॉक्स का इस्तेमाल करें। अन्य इंटरेस्टिंग आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारी योजना दर्पण वेबसाइट के अन्य पेज को भी नेविगेट करें। धन्यवाद!

FAQ:

Q: राष्ट्रीय युवा दिवस पर निबंध कैसे लिखे?

Ans: निबंध लिखने का फॉर्मेट आर्टिकल में हमने दिया है।

Q: राष्ट्रीय युवा दिवस को कब मनाया जाता है?

Ans: 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।

Q: किसकी याद में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है?

Ans: स्वामी विवेकानंद जी की याद में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।

Q: राष्ट्रीय युवा दिवस को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?

Ans: अंग्रेजी में राष्ट्रीय युवा दिवस को नेशनल यूथ डे कहते हैं।

Q: पहली बार देश में राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया गया?

Ans: पहली बार 1985 में राष्ट्रीय युवा दिवस देश में मनाया गया।

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