राष्ट्रीय युवा दिवस पर भाषण (National Youth Day Speech): स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती और राष्ट्रीय युवा दिवस अर्थात नेशनल यूथ डे का आपस में कनेक्शन है, क्योंकि स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी को हुआ था और राष्ट्रीय युवा दिवस भी 12 जनवरी को ही मनाया जाता है। हालांकि यह कोई संयोग नहीं है बल्कि 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस इस लिए मनाया जाता है, क्योंकि भारतीय सरकार ने अधिकारिक तौर पर ऐसा करने के लिए कहा है। साल 1984 में ही इंडियन गवर्नमेंट ने इस बात की अनाउंसमेंट कर दी थी कि, अब से हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जी की जन्म जयंती पर 12 जनवरी को मनाया जाएगा और इस प्रकार से राष्ट्रीय युवा दिवस हर साल धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा।
विवेकानंद जी ही वह व्यक्ति है, जिन्होंने शिकागो भाषण में वहां पर उपस्थित सभी लोगों का अभिवादन “मेरे प्यारे भाइयों और बहनों” करके किया था, जिससे भारत की एक बेहतरीन छवि अमेरिकन लोगों के सामने प्रस्तुत हुई थी। जीवित रहते हुए स्वामी विवेकानंद जी ने योग, राजयोग और ज्ञान योग जैसे ग्रंथों की रचना की और देश के युवाओं को एक नई राह दिखाने का काम किया, जिससे युवाओं पर काफी ज्यादा तगड़ा असर हुआ और आगे भी इसका प्रभाव युगो-युगो तक पडता रहेगा। चलिए इस पेज पर राष्ट्रीय युवा दिवस पर देने लायक बेहतरीन National Youth Day Speech In Hindi के बारे में जानते हैं।
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Overview Of National Youth Day Speech
आर्टिकल का नाम | राष्ट्रीय युवा दिवस स्पीच |
उद्देश्य | राष्ट्रीय युवा दिवस पर स्पीच प्रदान करना |
संबंधित दिन | 12 जनवरी |
संबंधित व्यक्ति | स्वामी विवेकानंद जी |
भाषा | हिंदी |
राष्ट्रीय युवा दिवस पर संक्षिप्त भाषण (Short Speech On National Youth Day)
प्रिय साथियों,
आज हम सभी यहां इस जगह राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर इकट्ठा हुए हैं। यह दिन स्वामी विवेकानंद जी के नाम के साथ जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही राष्ट्रीय युवा दिवस हमारे युवा पीढ़ी के उत्थान का संकेत भी देता है। हमारे देश में अधिकतर आबादी युवाओं की है, जिन्हें सही दिशा देने की आवश्यकता है, क्योंकि किसी भी देश के भविष्य के निर्माण में उस देश में निवास करने वाले युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। युवा शक्ति के माध्यम से ही हम अपने प्यारे भारत देश को एक मजबूत देश की ओर अग्रसर कर सकते हैं।
राष्ट्रीय युवा दिवस के माध्यम से देश की पब्लिक के बीच जागरूकता फैलाई जाती है और राष्ट्र निर्माण की भावनाओं को भी उजागर किया जाता है। जिस प्रकार से स्वामी विवेकानंद जी ने अपने जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत की, उसी प्रकार से हमें भी अपनी मंजिल को पाने के लिए पूरा प्रयास करना चाहिए। राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर हमें इस बारे में विचार करना चाहिए कि, कैसे हम अपनी कैपेसिटी का सही प्रकार से इस्तेमाल करके आत्मनिर्भर और सशक्त भविष्य की ओर अपने कदम आगे बढ़ा सकते हैं।
धन्यवाद।
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राष्ट्रीय युवा दिवस पर लंबा भाषण (Long Speech On National Youth Day)
इस जगह मौजूद सभी लोगों को मेरा सादर प्रणाम।
आज 12 जनवरी के मौके पर हम सभी यहां पर उपस्थित हुए हैं, क्योंकि आज उस शख्सियत का जन्मदिन है, जो अब इस दुनिया में नहीं है, परंतु उनके विचार आज भी लोगों को प्रेरणा देने का काम करते हैं। मैं बात कर रहा हूं भारत के महान संत और हिंदुत्व वादी व्यक्ति स्वामी विवेकानंद जी के बारे में, जिन्होंने ‘उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए’ जैसी जोश भर देने वाली पंक्तियां कही थी।
स्वामी विवेकानंद जी एक ऐसे व्यक्ति थे, जिनकी वजह से सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के करोड़ों युवा जिंदगी जीने की सीख प्राप्त करते हैं। उनके जो जोशीले विचार थे, वह युवाओं में जोश फूकने का काम करते हैं। यही कारण है कि, स्वामी विवेकानंद जी को सम्मान देने के लिए हमारी भारतीय सरकार ने 1984 में ही स्वामी विवेकानंद जी की जन्म तिथि अर्थात 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया और 1985 में पहली बार इस दिन को मनाया।
स्वामी विवेकानंद जी के बारे में बात करें, तो इनका जन्म 12 जनवरी को कोलकाता में हुआ था। बचपन में इन्हें नरेंद्र नाथ दत्त के नाम से पुकारा जाता था। जब इनकी आयु 25 साल की हुई तब इन्होंने आध्यात्मिक रास्ते को चुन लिया था और इन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस को अपना आध्यात्मिक गुरु बनाया।
देखते ही देखते विवेकानंद जी के विचार तूफान की तरह देश और दुनिया भर में फैल गए और कम समय में ही इन्होंने काफी ज्यादा प्रसिद्धि हासिल कर ली। यह विज्ञान के छात्र थे परंतु इन्हें दर्शन में काफी ज्यादा इंटरेस्ट था। धार्मिक होने के बावजूद स्वामी विवेकानंद जी अंधविश्वास को नहीं मानते थे साथ ही यह कठमुल्लापन और रूढ़ियों के खिलाफ भी थे।
विवेकानंद जी के द्वारा साल 1897 में एक मई के दिन कोलकाता में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की गई थी और वही साल 1898 में गंगा नदी के किनारे बेलूर में 9 दिसंबर के दिन रामकृष्ण मठ की स्थापना की गई थी, जो अभी भी चल रहे हैं और विवेकानंद जी के विचारों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। विवेकानंद जी की आयु तो ज्यादा नहीं रही, परंतु कम उम्र में ही इन्होंने इतनी ज्यादा प्रसिद्धि बटोर ली थी, जो कि हर युवा के लिए एक मिसाल बन गई।
धन्यवाद
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Conclusion:
National Youth Day Speech की इनफॉरमेशन उपरोक्त आर्टिकल में आपको प्रदान की। हम उम्मीद करते हैं कि, जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। अगर अन्य कोई सवाल आपके मन में है तो नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स के द्वारा आप अपना सवाल पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों का उत्तर देने की कोशिश करेंगे। हमारी वेबसाइट योजना दर्पण पर और भी रोचक आर्टिकल मौजूद है, जिन्हें जरूर पढे। धन्यवाद!
FAQ:
Q: राष्ट्रीय युवा दिवस पर भाषण कहां से मिलेगा?
Ans: हमारी वेबसाइट पर राष्ट्रीय युवा दिवस भाषण मौजूद है।
Q: राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है?
Ans: 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है।
Q: राष्ट्रीय युवा दिवस का दिन कौन से व्यक्ति से संबंधित है?
Ans: राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जी से संबंधित है।
Q: पहली बार राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया गया?
Ans: पहली बार 1985 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया।
Q: राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा कब की गई?
Ans: 1984 में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा की गई।